रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। झारखंड के दो सबसे नामचीन स्टेशन बोकारो और रांची रेलवे स्टेशन से पुलिस अधिकारियों ने 108 बच्चों को संदिग्ध मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाया है।
केरल जाने वाली ट्रेन से 108 बच्चों के बरामदी की यह घटना संख्या के मामले में अब तक कि सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है। अभी 10 दिन पहले ही मुंबई जाने वाली मुजफ्फरपुर-बांद्रा अवध एक्सप्रेस ट्रेन से 26 नाबालिग लड़कियों को बचाए जाने की घटना घट चुकी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार केरल जाने वाली ट्रेन से पहले बोकारो रेलवे स्टेशन पर 87 लड़को को और फिर एक अन्य कोच से सफ़र कर रहे 21 बच्चों के दूसरे समूह को रांची स्टेशन से दोपहर के वक्त तीन मौलवी सहित 6 लोगों के चंगुल से मुक्त कराया गया।
बोकारो के पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस ने अनुसार बच्चों के साथ यात्रा कर रहे वयस्कों ने दावा किया कि वो बच्चों को जामताड़ा जिले से तेलंगाना के एक मदरसे ले जा रहे थे।
एक साथ इतने सारे बच्चों को इतनी दूर ले जा रहे मौलवियों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो मौलवी अपनी कही बात को साबित करने में असफल रहे।
3 मौलवी सहित 6 व्यक्ति यह दावा तो कर रहे थे कि वो इन 108 बच्चों को तालीम दिलाने के लिए जामताड़ा जिले से तेलंगाना के एक मदरसे में ले जा रहे है।
, लेकिन अपनी बात को सच साबित करने के लिए जरूरी दस्तावेज दिखाने में विफल रहे।
जिसके बाद तीन मौलवी सहित सभी 6 को संदिग्ध मानव तस्करी के आरोप में पुलिस ने हिरासत में लिया और पूरे मामले की पड़ताल में जुटी है।