“नालंदा में एक गुरुजी की इसलिए पिटाई की गई क्योंकि उन्होंने एक छात्र को होमवर्क नहीं करने पर डांट लगाई थी और हल्की पिटाई भी की थी। पुलिस मामला प्रेम प्रसंग का बता रही है।“
बिहार शरीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। कोचिंग में पढऩे के दौरान एक बालक की पिटाई करना गुरुजी को काफी महंगा पड़ा। गुरुजी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जिस बच्चे की जिंदगी संवारने के लिए उसे डांट-फटकार व हल्की पिटाई की सजा दे रहे हैं। इसके बदले में उसे भारी सजा भुगतनी पड़ेगी।
नूरसराय थाना के परासी गांव निवासी निजी शिक्षक राहुल कुमार ने सदर अस्पताल में इलाज कराने के दौरान कहा कि बुधवार को रमेश मालाकार का पुत्र हर दिन की तरह ट्यूशन पढऩे आया था। होमवर्क नहीं करने पर उसे दंडित किया।
इसके बाद जब बालक के पिता रमेश को इस बात की जानकारी मिली तो वे बिना कुछ सोचे समझे शिक्षक के कोचिंग में पहुंच कर और शिक्षक राहुल की जमकर पिटाई कर दी।
उसके बाद मामला इतना बढ़ गया कि अगले दिन यानी गुरुवार को गांव में ही पंचायत लगाने की बात कहीं गई। जिसमें शिक्षक के साथ उक्त घटना घटी।
इधर इस मामले में नूरसराय थानाध्यक्ष ने इस तरह की बात को खारिज करते हुए कहा कि यह मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा है। बालक की पिटाई के मामले में शिक्षक को सजा दिलाने के लिए गांव में दस-दस लोगों के बीच पंचायती लगाई गई।
इस पंचायती में शिक्षक राहुल कुमार के चाचा ने कहा कि यदि उसके भतीजे ने बालक की पिटाई करने की गलती की है। तो इसके बदले में वे खुद दस डंडा राहुल को मार कर देंगे।
पंचायत के फैसले के बाद रमेश को भरी सभा में दस लाठी लगाई गई। लेकिन इतना से भी लोगों का मन नहीं भरा तो बालक के पिता रमेश मालाकार का भगीना गौतम कुमार ने कहा कि इतनी कम सजा से काम नहीं चलेगा। इसे हम सजा देंगे।
इतना कहते हुए शिक्षक पर चाकू निकाल कर प्रहार कर दिया और शरीर के छह हिस्सों को गोद कर जख्मी कर दिया। मामूली सी भूल पर एक शिक्षक को जिस तरह से सजा दी गई। इसे देख व सुनकर हर कोई आश्चर्यचकित है।
आखिरकार ऐसी कौन सी सजा शिक्षक ने बालक को पढ़ाई के दौरान दी। जिसमें इतना बड़ा बवाल हो गया और पंचायत लगाने की जरूरत पड़ गई।
हद तो यह है कि पंचायत में सजा देने के बाद भी जिस तरह से शिक्षक पर क्रूरता से प्रहार किया गया। यह कहीं से क्षमा के योग्य नहीं है। इस तरह की हरकत करने वालों को हर हाल में कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
नूरसराय के परासी गांव में पुलिस अनुंसधान के क्रम में पता चला कि निजी शिक्षक की पिटाई प्रेम-प्रसंग के कारण हुई है। दरअसल वे बुधवार की रात गांव के ही एक मकान में गलत नीयत से घुस गया था। इसी बीच लोगों ने उसे पकड़ लिया।
बाद में ग्रामीणों के हस्तक्षेप के बाद इस मामले को लेकर गांव में गुरुवार की सुबह पंचायती बुलाई गई। पंचायती के दौरान दोनों पक्षों की ओर से भिड़ंत हो गई। जिसमें एक पक्ष के लोगों ने चाकू से प्रहार कर दिया। जिसमें शिक्षक राहुल कुमार घायल हो गया।
इस बाबत दोनों ओर से थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।