रांची/पटना। चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव से मिलने उनके बेटे और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई नेता सोमवार को रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार पहुचें। पर राजद सुप्रीमो से मिलने की अनुमति सिर्फ तेजस्वी यादव को ही मिली।
पांच मिनट से भी कम समय के लिए पिता-पुत्र की हुई इस मुलाकात के दौरान तेजस्वी ने अपने पिता से सारी चिंताएं छोड़ उन्हें अपने सवास्थ्य पर ध्यान रखने को कहा।
जेल से निकलने के बाद अपनी कार से कोर्ट के लिए रवाना हुए तेजस्वी यादव ने कार में बैठे-बैठे ही जेल गेट के बाहर मौजूद मीडिया कर्मियों से संक्षिप्त बातचीत में जेल प्रशासन के रवैये के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि काफी इंतजार के बाद उन्हें अपने पिता से मिलने के लिए पांच मिनट से भी कम का समय दिया गया।
तेजस्वी ने बताया कि राजद सुप्रीमो राजद के एक प्रमुख स्तंभ रधुनाथ झा जी के आज हुए असमायिक निधान से काफी दुखी हैं और उन्होंने जेल से ही उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
सोमवार को तेजस्वी यादव के अलावा पूर्व केन्द्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी, रांची में लगातार कैंप कर रहे विधायक भोला यादव, विधायक शक्ति सिंह यादव, पूर्व विधायक नीरज कुमार व रामाशीीष यादव व राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा सहित सैकडों कार्यकर्ता व नेता जेल में पहुंचे थे।
चार अन्य प्रमुख नेताओं ने भी लालू प्रसाद से मिलने के लिए अपने नामों की पर्ची भिजवायी थी पर उसपर यह लिखकर वापस कर दिया गया कि ‘लालू प्रसाद से सप्ताह में सिर्फ तीन व्यक्तियों को मिलने की इजाजत है जिन्हें मिलना है, वह आज दोपहर बाद कोर्ट में जाकर मिलें।’
उधर, चारा घोटाला मामले में दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले (आरसी/38) में आज राजद सुप्रीमो सहित अन्य आरोपितों की पेशी वीडियो कानफ्रेंसिंग से हुई।
सोमवार को दोपहर दो बजे लालू प्रसाद सहित सभी आरोपित रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के एक अन्य मामले में सुनवाई के दौरान सशरीर उपस्थित रहेंगे।
गौरतलब है कि लालू प्रसाद पर रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में देवघर, दुमका तथा डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के तीन अलग-अलग मामले चल रहे हैं। जिनमें देवघर कोषागार मामले की सुनवाई के बाद लालू प्रसाद को 6 जनवरी को साढ़े तीन वर्षों की सजा सुनाई गइ थी।
लालू प्रसाद बीते 23 दिसम्बर से ही रांची जेल में बंद हैं। इधर सोमवार को भी लालू के पटना स्थित आवास के बाहर सन्नाटा छाया रहा। आवास के बाहर सिर्फ इक्का दुक्का सुरक्षाकर्मी ही नजर आ रहे थे।
अंदरुनी आवासीय सूत्रों के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और परिवार के अन्य सदस्य आगे के घटनाक्रम और कोर्ट की कार्यवाही जानने के लिए टीवी के सामने बैठे हैं।
इधर, मीडिया से बातचीत के क्रम में राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि राजद ने अब तक बुलंद इरादे, प्रतिबद्धता के साथ सांप्रदायिक शक्तियों का एकजूट होकर मुकाबला किया है और करेगा।