एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। नालंदा जिले के इस्लामपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य स्कूल अर्जुन सेरथुआ सराय का बुरा हाल है। बरसात के समय मे छत से कमरा मे पानी टपकता है। एक चापाकल चालू है। शौचालय खराब है। स्कूल के आगे बरसात के समय मे पानी का जमाव हो जाता है। स्कूल की चारदिवारी गिरा है। यदा कदा मवेशी भी प्रवेश कर जाता है।
इस स्कूल में उपकरण के साथ साथ शिक्षकों का अभाव है। जमीन पर वोरा विछाकर या जैसे तैसे वैठकर स्कूल मे बच्चे पढते है।
प्रभारी प्रधानाध्यपक सुभाष कुमार ने बताया कि इस स्कूल मे 6 शिक्षक हैं। जिसमे अरविंद कुमार, सीताराम प्रसाद, सविता कुमारी, दिलीप पंडित, धर्मेंद्र कुमार शामिल है और रसोइया धानमुनी देवी, लाखो देवी, कांती देवी है। जबकि विधार्थियो की संख्या 518 है।
स्कूल पहले से बने दस कमरे दस हैं। एक बरामदा है। तीन चापाकल में दो चापाकल खराब है। स्कूल के दक्षिण तरफ चारदिवारी गिरा है। बने दो शौचालय गिरकर तहस नहस हो गया है।
शौच के लिए बच्चे वाहर जाते है। एक चालू चापाकल पर पानी पीने के लिए बच्चों का भीड लगा रहता है।
वैसी हालत मे कुछ बच्चे गांव के चापाकल पर जाकर प्यास वुझाते है। बरसात के समय मे कमरो की छत से पानी टपकता है। पानी का निकास नही रहने से स्कूल कैम्पस के आगे बरसात मे पानी जमा हो जाता है।
शिक्षक के अभाव के अलावे अन्य समस्या के बारे में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को अवगत करवाया गया है। लेकिन अब तक कुछ नही हो सका है।
मुखिया वृजनंदन चौरसिया ने कहा कि स्कूल की हालत जर्जर है। छत से पानी टपकता है और पलस्तरा टुटकर गिरता है। कभी भी पढने बच्चों के साथ अप्रिय घटना घट सकती है।
उन्होंने बताया कि इस स्कूल की विधी व्यवस्था चरमराई है। फंड आते ही स्कूल कैम्पस के आगे ईट सोलिंग का कार्य करवाया जाएगा। ताकि बरसात के समय पानी का जमाव नही हो सके। जिससे पढने वाले बच्चों को राहत मिल सके।