“बिहार में इस बार आये इंटर के खराब रिजल्ट का असर सीएम नीतिश कुमार के नालंदा जिले के हरनौत प्रखंड अवस्थित पैत्रिक गांव कल्याण बिगहा में देखने को मिला। वहां प्लस टू स्कूल के छात्रों ने प्रैटिकल में पैसे लेकर मनमाना अंक देने का आरोप लगाते हुये जमकर बवाल काटा है।”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। खबर है कि इंटर के रिजल्ट आने के बाद प्रैक्टिकल परीक्षा में कम अंक दिए जाने से नाराज छात्रों ने कल्याण बिगहा प्लस टू स्कूल में गुरुवार को जमकर हंगामा किया। स्कूल के शिक्षक पर नंबर देने भेदभाव करने का आरोप लगाया।
इस दौरान प्राचार्य और शिक्षक से नाराज छात्रों की नोकझोंक भी हुई। परीक्षा में फेल होने वाले छात्र इतने गुस्से में थे कि वे टीसी काटने की मांग करने लगे। बाद में बुद्धजीवियों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ।
छात्रों के अनुसार कि इस बार प्रैक्टिकल परीक्षा बिहारशरीफ के आदर्श प्लस टू स्कूल में ली गयी थी,जहां कल्याण बिगहा के शिक्षक मनीष कुमार भी उपस्थित थे। इन्होंने विद्यार्थियों से पैसे की मांग की थी। पैसा नहीं देने पर कम नंबर दिलवाया गया।
इतना ही नहीं परीक्षा होने के बाद कई विद्यार्थियों को कम नंबर दिए जाने की बात भी बताया गया था। उसके बाद विद्यार्थियों ने कल्याण बिगहा प्लस टू स्कूल में जमकर हंगामा किया था।
प्रधानाध्यापक व शिक्षक मनीष कुमार के साथ हंगामा के दौरान छात्रों की खूब कहा-सुनी भी हुई थी। उस समय प्रधानाध्यापक ने छात्रों को बताया था कि आप लोग को कम नंबर नहीं मिला है।
अन्य स्कूल के छात्रों के अनुसार आप लोग को भी नम्बर दिया गया है। बुधवार को परीक्षा परिणाम आया तो कम अंक देखकर छात्र भड़क गए। उसके बाद गुरुवार को दर्जनों छात्र कल्याण बिगहा स्कूल पहुंचकर गए।
गुस्साये छात्र शिक्षक मनीष कुमार को खोज रहे थे, लेकिन शिक्षक स्कूल नहीं आए थे। भड़के छात्रों ने हेडमास्टर को खूब खरी खोटी सुनायी। बार-बार छात्र उग्र हो जा रहे थे। शिक्षक राजीव कुमार छात्रों को समझा बुझाकर शांत करने का प्रयास कर रहे थे। वाबजूद हेडमास्टर को छात्र अपशब्द बोलकर अपमानित किया। फेल छात्र बार बार स्कूल परित्याग प्रमाण पत्र (टीसी) की मांग कर रहे थे।
छात्रों ने बताया कि यहां पिछली बार भी विद्यार्थियों के साथ न्याय नहीं किया गया था। जिसके बाद कहासुनी पर सुधार करने का आश्वासन दिया गया था। उग्र छात्रों के तेवर देखकर प्रधानाध्यापक राजीव कमल भी हैरत में थे।
उन्होंने बताया कि प्रायोगिक परीक्षा प्रायोगिक आदर्श प्लस टू स्कूल में लिया गया था। जहां कम अंक दिया गया, लेकिन इसके लिए कल्याण बिगहा प्लस टू स्कूल जिम्मेवार नहीं है।
शिक्षक मनीष कुमार के संदिग्ध भूमिका पर कहा कि अगर दोषी होंगे तो छात्र उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करे। हमें कोई एतराज नहीं है।