विकास समीक्षा यात्रा पर बिहार भ्रमण करने निकले सीएम नितीश कुमार पर बक्सर जाने के क्रम में एक दलित बस्ती के लोगों ने ईंट-पत्थरों का पथराव किया।
दलित बस्ती के लोगों का कहना था कि सीएम पहले दलित बस्ती में आकर हमारा हाल चाल लें, फिर जाए। इसी को लेकर दलित बस्ती के लोगों ने उनके काफिले पर भारी तादात में ईंट-पत्थर फेंकने शुरु कर दिये।
नंदर गांव के लोगों का आरोप है कि सात निश्चय कार्यक्रम में कोई काम धरातल पर नहीं हुआ है। इसी को लेकर लोगों का विरोध था।
लोग इस घटना को लेकर तरह-रह की व्याख्या कर रहे हैं। बात कुछ भी हो। सीएम नीतिश कुमार को लेकर इतना कड़ा आक्रोश पहली बार देखा गया है। इसमें कहां कितनी राजनीति छुपी है, यह भी एक विषय हो सकता है।
लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि सीएम नीतिश कुमार की महात्वाकांक्षी सा निश्चय योजना में हर तरफ भारी गड़बड़झाला देखने को मिल रहा है। इसे लेकर सीएम की छवि भी प्रभावित हुई है। आम जनता खास कर गरीब तबका में भारी रोष है। क्योंकि उन्हें लेकर शासन-तंत्र झूठ की अधिक खेती कर रहा है।
शायद सीएम नीतिश कुमार जानते हैं या नहीं जानते हैं कि उनके विकास समीक्षा यात्रा के दौरान किसी खास स्थल या गांव में अफसरों द्वारा अचानक विकास कर दिया जाता है। सीएम कभी सामान्य गांवों में जाकर हुई या हो रही विकास कार्यों की समीक्षा नहीं करते ताकि सच जान सकें।
हाल ही में वे अपने गृह जिले नालंदा के चम्हेड़ा गांव में विकास समीक्षा सभा में पहुंचे थे। उस गांव में एक सप्ताह के भीतर प्रशासन ने जैसे तैसे विकास कार्य किये गये जबकि आस पास के गांवों की किसी ने कोई सुध नहीं ली। वहां अब तक हुये विकास कार्य सीएम के विकास पुरुष वाली छवि को मुंह चिढ़ाते हैं।