एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। बिहारशरीफ व्यवहार न्यायालय के अपर जिला सत्र एवं न्यायाधीश के कक्ष में अधिवक्ता संघ और जिला प्रशासन की वार्ता काफी सकारात्मक रही, लेकिन कुछ तकनीति कारण वश अधिवक्ता काम पर नहीं लौट सके। संभवावना है कि कल वे अपनी संघ-महासभा में जिला प्रशासन के स्पष्ट नजरिये पर विचार कर हड़ताल पर वापस लौटने का निर्णय लेगें।
खबर है कि पूर्व निर्धारित समय 1:30 बजे शार्ष प्रशासन के तौर पर जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम, पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका और नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल अपर जिला सत्र एवं न्यायाधीश के कक्ष पहुंचे। उसके चंद मिनट बाद अधिवक्ताओं की टीम।
इस वार्ता के दौरान अपर जिला सत्र एवं न्यायाधीश की उपस्थिति में दोनों ओर से अपना पक्ष रखा गया। एसपी वार्ता के उपरांत हुये हर निर्णय मानने को तैयार थे।
वहीं डीएम ने भी स्पष्ट कहा कि ताजा उभरे सारे विवादित पहलुओं की जांच लेकर एक उच्चस्तरीय जांच कमिटि का गठन की जाएगी, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर जो भी दोषी पाए जाएगें, उनके विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई होगी।
शीर्ष जिला प्रशासन की बातों से अपर जिला सत्र एवं न्यायाधीश भी सहमत दिखे। अधिक्ताओं की वार्ता टीम भी प्रायः संतुष्ट नजर आये।
जिला अधिवक्ता संघ के सचिव दिनेश कुमार ने बताया कि शीर्ष प्रशासन के साथ वार्ता चुकी है। सारे विवादित मुद्दों पर ऐसे तो सकारात्मक बात हुई है।
लेकिन हड़ताल कल तक जारी रहेगी। क्योंकि कल अधिवक्ताओं की महासभा में जिला प्रशासन के नजरिये को रखा जायेगा, उसके बाद ही सारा कुछ स्पष्ट हो पायेगा।
इधर, नगर निगम की विवादित जमीन को लेकर लहेरी थानाध्यक्ष द्वारा अधिवक्ता पवन कुमार के साथ कथित दुर्व्यवहार के बाद अधिवक्ताओं ने एक एक्शन कमिटि का गठन किया था, जिला प्रशासन से वार्ता होने के बाद उसकी बैठक हो रही है, जिसमें हड़ताल को लेकर गहन चिंता-मनन जारी है।