एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। रांची से साहेबगंज जा रही आशीर्वाद नामक यात्री बस रांची-रामगढ़ फोरलेन पर चुटूपालु घाटी के पास बीती देर रात ट्रक से टक्कर के बाद पलट गई। इसके बाद पीछे से आ रहे दो वाहनों की भी बस से भिड़ंत हो गई। टक्कर के बाद बस में आग लग गई। इस हादसे में दर्जन भर की मौत एवं 25 से उपर घायल होने की सूचना है। घायलों में आधा दर्जन लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। उन्हें पीएमसीएच रेफर किया गया है। बाकी का ईलाज रामगढ़ सदर अस्पताल व प्राईवेट क्लीनिकों में चल रहा है।
आस-पास के लोगों के मुताबिक घाटी में इंसानी शरीर के जलने जैसी बदबू आ रही है। दर्जन भर यात्री लोग जिंदा जल मरे हैं। हालांकि मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। घायलों को आठ एंबुलेंस से रामगढ़ सदर अस्पताल भेजा गया है।
फोरलेन सड़क पर दोनों ओर से एहतियात के तौर पर ट्रैफिक रोक दी गई है। आग लगी गाड़ियों में लगातार विस्फोट हो रहा है। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार इंसानी शरीर जलने जैसी बदबू चारों तरफ फैल गई है।
रामगढ़ से रांची आने वाले वाहनों को रामगढ़ में ही रोक दिया गया है। समाचार लिखे जाने तक दोनों तरफ से कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है।
घाटी का नजारा काफी भयावह बना था। आसमान से पानी बरस रहा था तो जमीन से आग धधक रही थी, आग की लपटें भी इतनी तेज की बचाओ कर्मी भी घटना स्थल तक पहुंचने से कतरा रहे थे।
चुटूपालू घाटी में सोमवार की दोपहर इससे पूर्व दोपहर में टैंकर की चपेट में आने से वैन चालक राहुल सिंह (25) की मौत हो गयी।
वहीं, वैन और घाटी में पहले से खड़े कंटेनर को टक्कर मारने के बाद गैस टैंकर पलट गया। इससे गैस रिसाव होने लगा। बोकारो से आयी इंडियन ऑयल की टीम ने गैस रिसाव बंद किया।
राहुल सिंह रामगढ़ के ब्लॉक कॉलोनी का रहनेवाला था, वह अपनी ओमनी वैन से रांची से रामगढ़ जा रहा था। चुटूपालू घाटी में स्पीड ब्रेकर के समीप पीछे से आ रहे गैस टैंकर का ब्रेक फेल हो गया। उसने आगे जा रही वैन को अपनी चपेट में ले लिया।
वैन को टक्कर मारने के बाद टैंकर ने घाटी में खराब पड़े कंटेनर में जोरदार टक्कर मारी, इससे कंटेनर लुढ़क कर चट्टान पर चढ़ गया और टैंकर पलट गया।
इसी क्रम में घाटी में पहले से मौजूद एनएचएआइ का एंबुलेंस भी टैंकर टकरा गया। हादसे में एंबुलेंस चालक देवनाथ महतो (ओरमांझी निवासी) को गंभीर चोट आयी, उसे रिम्स भेजा गया है।
वहीं, पलटने से टैंकर से गैस का रिसाव होने लगा। मौके पर पहुंची पुलिस ने माइंस रेस्क्यू की टीम को गैस रिसाव पर काबू पाने के लिए बुलाया। लेकिन, ऐसा नहीं हो पाने पर जिला प्रशासन ने इंडियन ऑयल (बोकारो) की टीम को बुलाया। टीम के सदस्यों ने गैस रिसाव को बंद किया।