“शराब-शवाब पुराना शगल है जदयू विधायकों का…. कुछ नहीं कर सकते नीतीश इन विधायकों के खिलाफ… विधानसभाध्यक्ष विजय चौधरी ने दे दिया इसका संकेत….”
पटना (विनायक विजेता)। गांव में एक पुरानी कहावत है कि ‘लूर-लक्षण और बाई-ई तीनो मरले पर जाई!’ ये कहावत चरितार्थ होती है जेडीयू के उन चार विधायकों को पर जिनका शराब व शवाब से पूराना नाता तो है। ये दोनों चीजें उनके शगल में शामिल हैं।
इस मामले को लेकर ‘इंफाल टाइम्स’ ने जो सनसनीखेज खुलासा कर वीडियो और तस्वीरों को सार्वजनिक किया वह बिहार ही नहीं पूरे विधायिका को शर्मसार कर देने के लिए काफी है।
हालांकि बार बालाओं के साथ अश्लील हरकत और डांस करने में न तो कहीं राजद विधायक दिख रहे हैं और न ही भाजपा के विधायक। दिख रहे है तो बस जदयू के दो रंगीन मिजाज विधायक।
इधर इस मामले को मीडिया में तूल पकड़ने के बाद सोमवार को विधानसभाध्यक्ष विजय नारायण चौधरी लगभग इन विधायकों के बचाव में आ गए। उन्होंने यह बयान दे डाला कि मीडिया में जो रिपोर्ट आई है और जो तस्वीरें वायरल हुई है उनमें उनके विधाको की कहीं संलिप्तता या उनका चेहरा नहीं दिख रहा।
‘खबर मंथन’ विधानसभध्यक्ष की आंखे खोलने के लिए एक और तस्वीर जारी कर रहा है जिसमें जद यू के ये दोनों विधायक (लाल घेरे) 2015 में एक मीटिंग के दौरान साथ बैठे दिखाई दे रहें हैं।
अब इन लाल घेरे वाले विधायको और बार बालाओं के साथ डांस और अश्लील हरकत करने वाले सफेदपोशों की तस्वीरों का मिलान कर लिया जाए तो किसी जांच की जरुरत ही नहीं पड़ेगी। जदयू विधायकों या जदयू नेताओं का शराब और शबाव के साथ चोली-दामन का रिश्ता कोई नई बात नहीं। तस्वीर नंबर-1 को देखें। यह तस्वीर है 2015 में हुए विधानसभा चुनाव के पूर्व की।
इस तस्वीर में जदयू के युवा नेता अभय कुशवाहा बार बालाओं के साथ अश्लील डांस और अर्धनग्न बारबालाओं पर रुपए लुटाते साफ दिख रहें हैं। यह तस्वीर तब भी वायरल हुई थी पर इस बेशर्म नेता को जदयू से निकालने के बजाए नीतीश कुमार ने इन्हें टिकारी से जदयू का टिकट थमा दिया।
संयोग यह था कि तब अभय कुशवाहा राजद-जदयू व कांग्रेस महागठबंधन की लहर में चुनाव जीत गए। बाद में जदयू ने इस बेशर्म नेता की बेशर्मी का पुरस्कार उन्हें उन्हें युवा जदयू का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भी दे दिया।
बिहार में शराबबंदी है। अब म्यमांर गए विधायकों ने अगर वहां जाकर बहती गंगा में हाथ धो ही लिया तो इसमें उनका क्या कसूर। शराबबंदी कानून के मारे वे बेचारे क्या जानते थे कि हमेशा सजग रहने वाली मीडिया की तीसरी आंख उनकी घिनौनी हरकतो पर नजर रख रही है।