राजगीर (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। नालंदा जिले के अंतर्राष्ट्रीय शांति पर्यटन स्थल राजगीर में पुलिस निकम्मेपन का आलम यह है कि एक तरफ जहां नशे में धुत बदमाश महादलित परिवार के बुढ़े, बच्चें और महिलाओं को दौड़ा-दौड़ा कर बेरहमी से पीट रहे थे, दूसरी तरफ सूचना के बाबजूद पुलिस चैंन की बंशी बजा रही थी।
खबर है कि राजगीर थाना क्षेत्र के मुदफ्फरपुर के महादलित टोला में रविवार को नशे में धुत करीब 40 बदमाशों ने गरीबों पर कहर बरपाया। लाठी-रॉड से लैस बदमाश बिना कुछ कहे टोले में आ धमके और घरों से महादलित परिवार के स्त्री-पुरुष सदस्यों को बाहर खींच लिया और उनकी पिटाई करने लगें। बदमाश युवती और महिलाओं से भी बेरहमी से पेश आ रहे थे।
पिटाई से बचने के लिए महिलाएं मोहल्ले की गलियों में भाग रही थीं और बदमाश उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीट रहे थे। इस दौरान कई महिलाओं के तन से कपड़े भी हट गए। पिटाई के बाद बदमाश फरार हो गए। इस घटना में दर्जन भर से अधिक लोग जख्मी हुए।
सूचना के बाद भी मौके पर पुलिस नहीं पहुंची। इसके बाद दर्जनों महिला-पुरुषों ने थाने का घेराव कर दिया। आक्रोशित लोग बदमाशों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। गुस्साए लोगों ने बताया कि सूचना के बाद भी पुलिस झांकने तक नहीं आई। पुलिस शिकायत पर संजीदगी से कार्रवाई करती तो बदमाश पकड़े जाते और गरीबों की पिटाई भी नहीं होती। कुछ जख्मी इलाज कराने रेफरल अस्पताल पहुंचे जबकि अन्य निजी क्लीनिकों में इलाज कराया।
ये हुए जख्मीः जयराम कुमार, जगदीश राजवंशी, राजू राजवंशी, जीतू राजवंशी, रामविलास राजवंशी, विनोद राजवंशी, राजू राजवंशी, गौतम कुमार, मोहन कुमार, सुनील कुमार, कारी राजवंशी, प्रतिमा देवी, सुनीता देवी, ललिता देवी, फुलमंतिया देवी, राघो देवी, शांति देवी समेत दो दर्जन।
पीड़ितों ने बताया कि वे लोग शनिवार को मां सरस्वती की मूर्ति विसर्जन करने जा रहे थे। उसी दौरान पिलखी गांव के दर्जनों युवक नशे में धुत हो आ पहुंचे और डांस करने के लिए भोजपुरी गाना बजाने को कहने लगें।
बदमाशों की बात नहीं मानने पर उनलोगों ने विसर्जन जुलूस में शामिल युवकों की पिटाई की। सूचना के घंटों बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बिना कार्रवाई के चलते बनी। कार्रवाई नहीं होने से बदमाशों का मनोबल बढ़ गया और उन लोगों ने दूसरे दिन टोले में घुसकर पिटाई की।