“दो दशक पूर्व प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले परिक्षार्थियों को सेटिंग कर डाक्टर व इंजीनियर बनाने वाले रंजीत डॉन के कारण चर्चित हुए नालंदा के कुछ युवा अब भी उसी नक्शे-कदम पर चल रहे हैं….”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। यूपी एसटीएफ ने रेलवे के ग्रुप-डी परीक्षा में वास्तविक परीक्षार्थी की जगह लाखों रुपये लेकर उनकी जगह साल्वरों को बिठाने वाले एक ऐसे ही गैंग का पर्दाफाश किया है।
यूपी एसटीएफ ने नोएडा के सेक्टर-62 में छापेमारी कर गिरोह के सरगना हरियाणा के सोनीपत निवासी संजीत दहिया सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में तीन बिहार के नालंदा जिले के हैं।
नालंदा के गिरफ्तार आरोपितों में हरनौत निवासी व हरनौत में ही कोचिंग सेन्टर चलाने वाला सन्नी कुमार, पिता-रामाधार सिंह, गजेन्द्र कुमार उर्फ नीतीश, पिता- विजेन्द्र, चंडी, नालंदा एवं सुबोध कुमार उर्फ संजीत पुत्र- गंधारी पासवान, ग्राम- नियामतपुर, हरनौत नालंदा शामिल है।
एसटीएफ ने इनके पास से 4 लाख 51 हजार 500 रपये नकद, 100 से अधिक एडमीट कार्ड, 3 लक्जरी कार (ब्रेजा, स्विफ्ट डिजायर व आई-10), 8 मोबाइल फोन, 14 एटीएम कार्ड व रेलवे भर्ती बोर्ड, ग्रुप डी की परीक्षा में फर्जी साल्वर बिठाने वाले अभ्यर्थियों की सूची बरामद की है।
एसटीएफ द्वारा की गई पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि पटना निवासी कोई राहुल नामक युवक पटना और बिहार के अन्य जगहों से साल्वरों को भेजने का काम करता है।