“बिहार के मुखिया नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में भूमाफियाओं और दलालों का ही आदेश निर्देश का अनुपालन होता है एवं सरकारी जिम्मेदार पदाधिकारियों के जांच रिपोर्ट को यूं खिलौना समझते हैं….”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (राजीव रंजन)। कुछ ऐसा ही अजीबोगरीब का नजारा बिहारशरीफ स्थित सोगरा वक्फ स्टेट के कार्यालय में बैठे मुतवली एस एम सरफ की कारनामों को जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे।
मुतवली सरफ साहब सोगरा वक्फ स्टेट के कार्यालय को भूमाफियाओं और दबंगों के निर्णय से चलवाता है या कहें कि भू-माफियाओं और दलालों के हाथों में यूं सोगरा वक्फ स्टेट को गिरवी रख दिया है।
इन्हीं सब माफियाओं और दलालों के सहारे स्टेट के नाम पर जमीन को मात्र 25 से 50 हजार राशि तक की रसीद काट कर 2 से 5 लाख तक का नाजायज रकम वसूल कर जमीन आवंटित कर देता है और जो व्यक्ति नाजायज राशि देने से कतराता है। उसे बिहार शरीफ सोगरा वक्फ स्टेट कार्यालय के मुतवली साहब के भू माफिया और गुर्गे डांट डपट कर भगा देता है।
जबकि भारत सरकार के निर्देशानुसार 2014 के बजट के मुताबिक किसी भी कब्रिस्तान मस्जिद इमामबाड़ा या खानकाह के नाम की जमीन को वहां के मुतवली लीज पर नहीं लगा सकता है। मगर बिहारशरीफ में कुछ उल्टा देखा जा रहा है।
शहर के सोगरा वक्फ स्टेट के मुतवली एस एम सरफ का कहना ही कुछ और है और इनके द्वारा कब्रिस्तान की जमीन को मोटी रकम में सरकारी निर्देश के विरुद्ध लीज पर दे दिया गया है।
इसका जीता जागता उदाहरण बिहारशरीफ अंचलाधिकारी के कार्यालय पत्रांक संख्या 1358 दिनांक 2-6-2018 के पत्र से स्पष्ट होता है कि जिसमें अंचलाधिकारी ने बिहारशरीफ के अनुमंडल पदाधिकारी को आम गैरमजरूआ कब्रिस्तान की जमीन को सोगरा वक्फ स्टेट के मुतवली तथा भूमाफिया एवं अन्य दबंग लोगों के द्वारा कब्जा करने के विषय पर लिखा गया है।
इसमें कब्रिस्तान कमेटी के सचिव बिहार शरीफ के कागजी मोहल्ला निवासी मोहम्मद कलीम खान के परिवाद पत्र में जांच उपरांत पाया गया कि मौजा थाना संख्या -176 खाता संख्या-98 खसरा संख्या 204 एवं 210 दोनों का रकबा 0.19 तथा 0.19 आम गैरमजरूआ भूमि जो कब्रिस्तान है। खेसरा संख्या 213 रकबा 0।29 कब्रिस्तान है जिसकी स्थिति आम गैरमजरूआ भूमि है एवं पूर्व से भूमि की घेराबंदी किया हुआ है।
खसरा संख्या 216 रकबा 0.37 कब्रिस्तान आम गैरमजरूआ भूमि है जो डॉक्टर लक्ष्मण व डॉक्टर जितेंद्र कुमार के द्वारा घेराबंदी किया गया है। खसरा संख्या 2017 रकबा 0.8 कब्रिस्तान है जो आम गैरमजरूआ भूमि है एवं वर्तमान में परती के स्वरुप में स्थित है।
बिहारशरीफ अंचलाधिकारी के द्वारा जांच पत्र में स्पष्ट रूप में लिखा गया है कि स्थानीय लोगों से पूछताछ पर बताया गया कि खाता संख्या 98 खसरा संख्या 216 पर डॉक्टर जितेंद्र कुमार डॉ लक्ष्मण कुमार भैंसासुर के द्वारा उक्त कब्रिस्तान की आम गैरमजरूआ भूमि को घेराबंदी करके लोहे का गेट लगा दिया गया है।
वही उक्त दोनों व्यक्तियों के द्वारा बताया गया कि प्रश्नगत भूखंड सोगरा वक्फ स्टेट के मुतवली एस एम सरफ के द्वारा एग्रीमेंट के आधार पर लिया गया कागजात मांगने पर उनके द्वारा दिखाए जाने से इनकार किया गया।
वही खाता संख्या 98 खसरा संख्या 213 पर बिहार शरीफ के छज्जू मोहल्ला निवासी मोहम्मद अलीम के पुत्र गुलरेज अंसारी एवं अंबेर मोहल्ले के सुजीत कुमार एवं धनंजय कुमार के द्वारा घेराबंदी किया गया है।
इससे साफ स्पष्ट होता है कि बिहार शरीफ सोगरा वक्फ स्टेट कार्यालय के मुतवली एस एम सराफ के द्वारा कब्रिस्तान की आम गैरमजरूआ भूमि को भूमाफियाओं एवं दलालों हाथों एग्रीमेंट कर साठ गांठ से काली कमाई का जरिया बना लिया है।
सवाल उठता है कि इस अंचलाधिकारी के पत्र के मुताबिक सोगरा वक्फ स्टेट के मुतवली के द्वारा कब्रिस्तान की आम गैरमजरूआ भूमि को यू सरकारी आदेश को ठेंगा दिखाकर भूमाफियाओं के हाथों किसकी मिलीभगत या किसके संरक्षण से नाम गैर मजरुआ जमीन को एग्रीमेंट कर देता है और सोगरा वक्फ स्टेट के नाम पर लाखों की अवैध कमाई करता है। जिला प्रशासन जांच तो करती है, मगर कार्रवाई से कोसों दूर भाग जाती है।