नालंदा (राम विलास)। बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस (14223) का परिचालन 23 मई की रात से अचानक एक महीने के लिए रद्द कर दिया गया है । वीना विज्ञापन और अग्रिम सूचना के इस रेल गाड़ी का परिचालन रद्द करने के कारण रेल यात्रियों ने राजगीर रेलवे स्टेशन पर जम कर बबाल काटा। राजगीर से खुलकर पटना- गया होते हुए यह रेलगाड़ी बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी जाती है ।
राजगीर के रेलवे स्टेशन प्रबंधक एम के मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार की रात्रि में अचानक मैसेज आया कि बुद्ध पुर्णिमा एक्सप्रेस को 23 मई से 21 जून तक रद्द कर दिया गया है ।
उन्होंने बताया कि मुगलसराय – वाराणसी रेल खंड मे नन इंटर लॉकिंग सिस्टम का कार्य होने के कारण इस ट्रेन का परिचालन रद्द किया गया है।
उन्होंने ने बताया कि अचानक इस ट्रेन के रद्द होने की सूचना से यात्रियों में खलवली मच गयी । बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस के यात्रियों की परेशानी बढ़ गयी । दूर – दूर से राजगीर रेलवे स्टेशन पर इस गाड़ी को पकड़ने के लिए आए यात्रियों ने जम कर हंगामा किया । ट्रेन रद्द होने की अग्रिम सूचना नहीं होने के कारण यात्री गहरे नाराज थे ।
वुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस राजगीर-पटना पटना-गया , गया-मुगलसराय और मुगलसराय-वाराणसी रेलखंड का महत्वपूर्ण रेलगाड़ी है इसके रद्द होने से इस ट्रेन के नियमित यात्रियों , व्यवसायियों और टूरिस्टों में गहरी नाराजगी है ।
इस ट्रेन का परिचालन दो राज्यों के बुद्धिस्ट सर्किट से जोड़ने के लिए चलाया गया था। बिहार के राजगीर , नालंदा , गया और उत्तर प्रदेश के सारनाथ तथा कुशीनगर को इस ट्रेन से जोड़ा गया था ।
ताकि बुद्धिष्ट सर्किट के यात्री सारनाथ और कुशीनगर का परिभ्रमण के बाद महात्मा बुद्ध की ज्ञान भूमि बोधगया और कर्मभूमि राजगीर-नालंदा के ऐतिहासिक स्थलों का आसानी से दीदार कर सकें।
एक महीने तक इस ट्रेन के रद्द होने से बुद्धिष्ट सर्किट के तीर्थ यात्रियों में निराशा व नाराजगी है। बिहार के कई शहरों के व्यवसाई इस ट्रेन से वाराणसी से मार्केटिंग कर आते और जाते थे। उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, इससे इनकार नहीं की जा सकती है।