“नालंदा जिले में बाढ़ से निपटने की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू कर दी गयी है। डीेएम ने बीडीओ एवं सीओ को निर्देश दिया है कि बाढ़ आने की स्थिति में बनाए जाने वाले शरण स्थलों पर सभी तरह की आधारभूत सुविधाओं का आकलन एवं उसकी तैयारियों की समीक्षा कर लें । इसमें कोई कमी न होने पाए ।”
बिहारशरीफ (न्यूज ब्यूरो)। आज नालंदा के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने अस्थावां एवं बिंद अंचल में संभावित वाढ़ की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने दोनों अंचल के अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि पूर्व में दिए गए दिशा निर्देश के अनुरूप वाढ़ से बचाव एवं बाढ़ आने पर किए जाने वाले सभी तरह के राहत कार्यों की तैयारियां पूर्ण कर लें।
अस्थावां अंचल में बाढ़ की तैयारियों की समीक्षा में जिलाधिकारी ने अब तक की गयी तैयारी पर असंतोष जताया एवं सीओ को कड़ी चेतावनी दी कि वह सभी तैयारियों को पूरी गंभीरता से पूरा करें, अन्यथा उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्थानीय जन प्रतिनिधियों के समन्वयन रखते हुए बाढ़ से बचाव की तैयारी पूरी कर लेने को कहा।
जिलाधिकारी ने जलपथ के कार्यपालक अभियंता से कहा कि जिन-जिन जिन जगहों पर खांड की थोड़ी बड़ी मरम्मत पूरी होनी बाकी है, उसे युद्ध स्तर पर पूरा कर ले तथा बाढ़ प्रभावित इलाकों में बनाए गए तटबंध एवं मरम्मत किए गए कार्यों की स्वयं तथा अपने सहायक अभियंताओं के माध्यम से निरीक्षण कर लें। किसी भी हालत में कहीं पर कोई चूक नहीं होनी चाहिए।
जिलाधिकारी ने बीडीओ एवं सीओ से कहा कि बाढ़ आने की स्थिति में बनाए जाने वाले शरण स्थलों पर सभी तरह की आधारभूत सुविधाओं का आकलन एवं उसकी तैयारियों की समीक्षा कर लें । इसमें कोई कमी न होने पाए । उन्होंने पशुओं के चारा एवं दवाई तथा मेडिकल कैंपों की भी आवश्यक व्यवस्था कर लेने को कहा । जिलाधिकारी ने कहा कि अब समय कम है इसलिए इन तैयारियों को जल्दी पूरा कर लिया जाए।
बैठक में सरकार के सात निश्चय के तहत हर घर नल का जल एवं पक्की नाली गली से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की भी समीक्षा की गयी।
जिलाधिकारी ने कहा कि नए गाइड लाइन के अनुरूप इनका कार्यों को जल्दी-जल्दी गुणवत्ता के साथ पूरा करें। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के क्रियान्वयन हो जाने से गांव की सूरत बदल जाएगी एवं लोगों के जीवन स्तर में काफी सुधार आएगा।
जिलाधिकारी ने खुले में शौच मुक्त अभियान के तहत बनाए जाने वाले शौचालय एवं किए जाने वाले जागरूकता कार्यक्रम का भी जायजा लिया और कहा कि लोगों में शौचालय का प्रयोग करने की आदत को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम को पूरी प्रभावी तरीके से लागू किया जाए।
उन्होंने बी डी ओ से कहा कि जिन वार्डों को खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा चूका है वहां के लाभुकों के प्रोत्साहन राशि का जल्दी भुगतान कर दें।
बैठक में निदेशक डीआरडीए संतोष कुमार श्रीवास्तव , जिला पंचायती राज पदाधिकारी शैलेंद्र नाथ, आपदा प्रबंधन के प्रभारी पदाधिकारी संजय कुमार, जलपथ के कार्य पालक अभियंता जयदेव प्रसाद, स्थानीय जनप्रतिनिधि, बीडीओ, सीओ एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।