राजगीर (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। राज्य सरकार जहां सात निश्चय योजना के तहत घर-घर पानी पहुंचाने का कार्य कर रही है। ताकि राज्य की जनता को पीने की शुद्ध पानी मुहैया हो सके।
लेकिन, नालंदा जिले के राजगीर नगर पंचायत क्षेत्र में कार्यपालक अभियंता के द्वारा आवंटित चापाकलों का उपयोग सामाहूक तौर पर कम और किसी खास के द्वारा अधिक किया जा रहा है।
राजगीर नगर पंचायत के वार्ड संख्या 11 में कथित एक फर्जी पत्रकार-मास्टर मनोज कुमार के घर के दरवाजे पर सरकारी चापाकल नीजि स्वार्थवश शमरसेबुल मोटर लगाकर उपयोग किया जा रहा है।
वहीं, इस वार्ड के जनता पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं और प्यासे लोग दूसरे दूर स्थानों में जाकर अपनी प्यास को बुझा रहे हैं।
हद तो यह हो गई, जब स्थानीय लोग पानी पीने के लिए चापाकल उपयोग सार्वजनिक करने की बात उस मास्टर से कहते हैं, तब वह अपनी फर्जी पत्रकारिता का धौंस-दबंगई दिखाकर लोगों को भगाने का कार्य करता है।
पीड़ितों के अनुसार इस चापाकल का निर्माण वर्ष 2013 में राजगीर नगर पंचायत के वार्ड संख्या 11 में उस कथित फर्जी पत्रकार-प्रधानाध्यापक मनोज कुमार के दरवाजे के पास पानी की घोर किल्लत के कारण सार्वजनिक उपयोग हेतु पूर्व कार्यपालक अभियंता शिव शंकर प्रसाद के द्वारा कराया गया था। जिसका उपयोग आज वह अपने स्वार्थ हित में कर रहा है।
इस मामले में पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोज मनोहर ने बताया कि सरकारी चापाकल का उपयोग सार्वजनिक होता है न कि किसी व्यक्ति विशेष के हित का। अभी तक जानकारी नहीं थी। जानकारी मिली है। तत्काल इस पर कार्रवाई की जाएगी।