आज बिहार के सुशासन में सर्वत्र दुःशासन का बोलबाला दिख रहा है। इसकी मूल वजह है कि पुलिस कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति या फिर सिर्फ कमाई करती है…..
नालंदा जिले के चंडी-नगरनौसा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग स्कूली छात्रा की जिस तरह के अश्लील-छेड़खानी वीडियो वायरल हुये थे, वे समाज और व्यवस्था को काफी शर्मसार करने वाली थे।
पीड़िता के पिता ने इस वारदात में शामिल 3 चिन्हित बदमाशों यानि कुंदन कुमार, राजा राम उर्फ आशीष राज और राजीव कुमार को नामजद किया। जैसा कि वीडियो में और एक तस्वीर में उसे साफ दिखा और गांव-समाज के लोगों द्वारा उसे बताया गया।
वह वीडियो और तस्वीरें एक घर के भीतर की थी। लेकिन उस घर के मालिक की ओर पुलिस की जांच की दिशा नहीं गई और न ही अश्लील-छेड़खानी के बीच ठहाके लगाते उस घर के मालिक युवक की ओर।
इस लाल घेरे में तस्वीर में जो युवक है, उसका घर चंडी थाना के धरमपुर गांव में एनएच-31ए किनारे अवस्थित है। गांव-जेवार के लोग मूल नाम कम जानते हैं। प्रायः वह झंन्डू नाम से कुख्यात है। वह अपने घर में प्रतिबंधित शराब और गांजा का कारोबार करता है।
अश्लील वीडियो-तस्वीर तैयार करने के दिन 4 बदमाश इसी घर में स्कूली छात्रा को जबरन ले गये थे और उसे सामाजिक तौर पर ब्लैकमेल करने की धमकी देकर सामूहिक इस्तेमाल की ‘वस्तु’ बनाने की फिराक में थे।
आज भी यह सबाल बरकरार है कि तस्वीरों में बड़ी वेशर्मी से खिलखिलाते चौथे बदमाश के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई क्यों नही की। उस घर की शिनाख्त और उस घर के मालिक बदमाश युवक आज तक समाज में कैसे खिलखिलाता फिर रहा है।
इस युवक को लेकर आम चर्चा है कि युवक शराब के कारोबार में ईलाके के कई बदमाशों का इस्तेमाल करता है और उसे हर तरह से अपनी पनाह देता है। दबी जबान लोग यह भी बताते हैं कि इस युवक को शराब माफियाओं का संरक्षण हासिल है और उसी बल खुद की ओर पुलिस जांच-दबिश को दबा दिया।
इस मामले अन्य लोगों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं की गई जो, वीडियो के वायरल करने में जुड़े थे। उस व्हाट्सएप्प ग्रुप के क्रियेटर-एडमिनों के खिलाफ भी पुलिस लापरवाह बनी रही है, जिसमें छेड़खानी के वीडियो सप्ताह भर तक वायरल होते रहे और किसी ने कोई विरोध दर्ज नहीं किया।