“हर पंचायत में निर्मल केन्द्र खुलेगा। बहाल स्वच्छताग्रही का निर्मल केन्द्र ही मुख्यालय होगा। हर-दिन सुबह और शाम में स्वच्छताग्रहियों को पंचायत के गांव में घर-घर जाकर लोगों से सम्पर्क स्थापित करना होगा।”
हिलसा (चन्द्रकांत)। पंचायतों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) करने के लिए स्वच्छताग्रही घर-घर जाकर लोगों को जागरुक करेंगे। एक पंचायत में कम से कम स्वच्छताग्राही होंगे, जिनका आशियाना पंचायत में स्थापित होने वाला निर्मल केन्द्र होगा। प्रखंड के पंद्रह पंचायतों में से तेरह पंचायतों में मानदेय के आधार स्वच्छताग्राही की बहाली होगी।
अकबरपुर और योगीपुर पंचायत के ओडीएफ घाषित हो जाने के कारण इन दोंनो पंचायतों के लिए स्वच्छताग्रही की बहाली नहीं होगी। तीन महीने के लिए होने चयनित होने वाले स्वच्छताग्रही को हर दिन दो सौ रुपये की दर से मानदेय का भुगतान मिलेगा।
एक पंचायत में चार स्वच्छताग्रही के हिसाब से प्रखंड में कुल बाबन स्वच्छताग्रही की बहाली होगी। इसके लिए प्रखंड में तीन सौ बयालीस बेरोजगारों द्वारा आवेदन दिया गया। बहाली की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। बहाली के लिए गठित कमिटि द्वारा आवेदक का साक्षात्कार लिया जा रहा है।
इस दौरान लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करते हुए खुले में शौच नहीं करने तथा शौचालय बनाने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ प्रक्रिया समझाना होगा।
कहते हैं अधिकारी………….
बहाल होने वाले स्वच्छताग्रहियों को अभियान के प्रति ट्रेंड किया जाएगा, ताकि लोगों को स्वच्छता के बारे में आसानी से जागरुक किया जा सके। स्वच्छताग्रही लगन से काम करेंगे तो ओडीएफ का लक्ष्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। …………डॉ अजय कुमार, बीडीओ, हिलसा।