“एक तरफ बिहार के शिक्षा मंत्री शिक्षा के विकास की खूब दंभ भरते हैं, दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों में लच्चर व्यवस्था के बीच शराब का ढेर मिलता है और उसका हेडमास्टर ही शराब माफिया की भूमिका में होता है।”
बिहारशरीफ (राजीव रंजन)। राजगीर मलमास मेला में शिक्षा विभाग के स्टॉल का उद्घाटन करने राजगीर जाने के क्रम में बिहार राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा आज बिहार शरीफ के अतिथि गृह में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
उन्होंने बताया कि शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य से जल्द ही सभी माध्यमिक एवं प्लस टू विद्यालयों में गेस्ट शिक्षकों की बहाली की जाएगी। जिसका आवेदन प्रपत्र आज से भरना भी शुरू हो गया है। जिसमें विज्ञान विषय के छात्र-छात्राओं को वरीयता दी जाएगी।
उन्होनें बताया कि नीतिश जी की अनोखी पहल के कारण मुख्यमंत्री पोशाक राशि, साइकिल योजना, टूरिस्ट परिभ्रमण योजना के तहत छात्र छात्राओं को विद्यालय तक पहुंचाया गया।
संवाददाता सम्मेलन के दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए शिक्षा के हालात को पूर्व से बेहतर बताते हुए कहा कि जिस विद्यालय का भवन नहीं है और वहां यदि जमीन उपलब्ध है तो जल्द ही भवन निर्माण का कार्य कराया जाएगा।
नालंदा जिला में जिला शिक्षा पदाधिकारी की लगातार पदस्थापना नहीं होने की बातों पर उन्होंने बताया कि बहुत ही अति विचित्र स्थिति में ऐसा मामला सामने आता है, जबकि नालंदा जिले के हाल ही में यहां के जिला शिक्षा पदाधिकारी की तबीयत खराब होने के कारण दूसरे पदाधिकारी की पदस्थापना की गई।
राजगीर मलमास मेला में थियेटरों में परोसे जा रहे अश्लीलता पर अनभिज्ञता प्रकट करते हुये कहा कि यह धार्मिक आस्था का मेला है, जो आज से नहीं बहुत ही लंबे बरसों से चला रहा है।
शिक्षा के क्षेत्र में नालंदा जिला हमेशा विश्व गुरु और नालंदा विश्वविद्यालय की पुनर्स्थापना को लेकर उन्होंने बताया कि नालंदा फिर से विश्व गुरु बनने को तैयार है।
शिक्षा मंत्री ने कर्नाटक के सरकार के उठापटक पर टीका टिप्पणी करने से बचते हुए संवाददाता सम्मेलन को छोड़ राजगीर मलमास मेला में विभागी स्टॉल उद्घाटन के कार्यक्रम में राजगीर प्रस्थान कर गए।