पटना (जयप्रकाश)। गुलाम हिन्दुस्तान में कभी राजा राम मोहन राय ने सामाजिक कुरीतियों बाल विवाह के खिलाफ अभियान चलाया था। तब अंग्रेजों ने बाल विवाह के खिलाफ एक कानून बनाया था। 18 वीं शताब्दी में राजाराम मोहनराय ने भारतीय सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने का साहस उन्होंने दिखाया था।
दूसरी ओर जब समूचे देश में आज महात्मा गांधी की 148 वीं जयंती मनाई जा रही है।
गांधी जयंती के इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार देश के दूसरे राजा राजाराम मोहनराय की भूमिका में दिख रहे हैं।
डेढ़ साल पूर्व उन्होंने राज्य में पूर्ण शराब बंदी लागू कर एक मिसाल पेश की थी। इस अभियान में उन्हें बिहार की जनता का समर्थन भी मिला।
सीएम शराब बंदी कानून के बाद 2 अक्टूबर से दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन की शुरुआत की है। सीएम नीतीश कुमार के लिए यह दूसरा सबसे बड़ा सामाजिक आंदोलन होगा ।
इस आंदोलन की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि दहेज वाली शादी में शामिल न हो।दहेज वाली शादी में शामिल नही होने का उन्होंने लोगों से आह्वान किया ।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जिस प्रकार से बिहार की जनता ने शराब बंदी के खिलाफ मानव श्रृंखला बनाकर एक इतिहास रचा ।उसी प्रकार से दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ अगले साल 21 जनवरी को इन सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ मानव श्रृंखला का निर्माण करने का आह्वान उन्होंने बिहार की जनता से किया ।
सीएम ने कहा कि बिहार की जनता काफी जागरूक है। अब उन्हें सामाजिक रूप से जागरूक होने की जरूरत है। समाज में व्याप्त ऐसे कुरीतियों के खिलाफ बिहार की जनता अपने आप को जागरूक करें तथा दहेज लोभियों का सामाजिक बहिष्कार करें ।
सीएम ने कहा कि बिहार दहेज प्रताड़ना में यूपी के बाद आता है।दहेज के नाम पर हर साल हजारों लड़कियाँ मारी जा रही है।इसके लिए भी सख्त कानून लाया जाएगा ।
सीएम ने इस आंदोलन को देशव्यापी असर वाला बताते हुए कहा कि बिहार में बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान का पूरे देश पर असर होगा ।
सीएम ने सभी राजनीतिक दलों से इसके खिलाफ सहयोग की आशा करते हुए कहा कि विपक्षी दलों का सहयोग भी जरूरी है। सीएम ने महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि बापू के विचारों को जन- जन तक पहुँचाने का इससे बड़ा कोई माध्यम नहीं हो सकता है।बापू भी इन सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ थे ।
इस मौके पर डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि दहेज वाली शादी के लिए गाँव के मुखिया सीधे जिम्मेदार होंगे ।इसके खिलाफ गाँव में जागरूकता फैलाना उनका कर्तव्य बनता है। वही समाज कल्याण मंत्री मंजू बाला ने भी इस आंदोलन के लिए जनता से सहयोग की अपील की है।
इससे पहले सीएम नीतीश कुमार महात्मा गांधी की 148 वीं जयंती के मौके पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्होंने अपने ट्विट के माध्यम से बिहार की जनता को संदेश देते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में बिहार सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह प्रयास तभी सफल होंगे जब महिलाएँ इस सामाजिक कुरीतियों तथा रूढ़िवादी विचारों के बंधन से मुक्त होगी।
अब देखना है कि सीएम नीतीश की यह सत्याग्रह का कितना असर लोगों पर दिखता है।