एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। बिहार के नालंदा जिले से एक बड़ी खबर मिल रही है। किसानों ने अपनी सब्जी फसल की उचित कीमत न मिलने से काफी आक्रोशित हैं। उनहोंने अपनी सब्जियां एनएच 30 ए बीच सड़क फेंक दी है। इससे मार्ग अवरुद्ध हो गया है।
यह दर्दनाक माजरा सीएम नीतिश के गृह जिले नालंदा के नूसाय बाजार की है। किसानों ने लागत मूल्य से भी कम कीमत मिलने से क्षुब्ध होकर हरी सब्जियों को बाच सड़क फेंक दिया है। फेंके गये सब्जियों में कद्दू बहुतायात मात्रा में हैं।
वेशक किसानों की यह पीड़ा जदयू-भाजपा नीत नीतिश-मोदी सरकार के लिये काफी शर्मनाक है। बाजार समितियों और बिचौलियों पर सरकार का कहीं कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। इस कारण किसानों के फसलों के उचित मूल्य नहीं मिल रहे हैं। किसानों की हालत दिन व दिन वद्दतर होती जा रही है।
आखिर ये कैसी अप्रकृतिक अर्थतंत्र कि खुले बाजार में जो सब्जी न्यूनतम 5 से 10 रुपये प्रति किलो मिलती मिलती है, वहीं किसानों से कोई 50 पैसे से एक रुपया किलो तक खरीदारी नहीं करता? हमारे अन्नदाता किसानों को अपनी फसल बीच सड़क पर फेंकनी पड़ रही है।
किसानों की फसल, खासकर महंगे लागत से उपजे हरी सब्जी का बाजारीकरण करने की दिशा में नीतिश सरकार और उसके शासन तंत्र की बड़ी विफलता ही मानी जायेगी।