“बिहारशरीफ विद्युत आपूर्ति प्रमंडल के 32 मानव बल में कार्यरत कामगारों को विगत 1 दिसंबर 2017 के प्रभाव से गैरकानूनी रूप से छंटनी कर दी गई है। इस संबंध में कोई भी कारण नहीं बताया गया है और न ही छंटनी के निर्धारित नियम का पालन किया गया है।”
बिहारशरीफ (वीर अभिमन्यु)। बिहार झारखंड राज्य विद्युत परिषद फील्ड कामगार यूनियन के महासचिव अमरेंद्र प्रसाद मिश्र ने बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक व भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी प्रत्यय अमृत को पत्र लिखकर बिहारशरीफ विद्युत प्रमंडल द्वारा गैर कानूनी एवं मनमाने ढंग से 32 मानव बल कार्यरत कामगारों को छंटनी कर दिए जाने के संबंध में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 से कार्यरत मानव बल को हटा दिया गया है जबकि वहीं 2016 में नियुक्त मानव बल को रखा गया है। छंटनी के संबंध में कोई मापदंड अपनाये बगैर मनमाने रूप से छंटनी कर दी गई है।
इस संबंध में साउथ बिहार डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के महाप्रबंधक से मिलकर गुहार लगाने के बाद भी कोई रास्ता नजर नहीं आ रही है। इससे छटंनीग्रस्त कर्मचारियों में असंतोष एवं निराशा व्याप्त है।
छटंनी के संबंध में यूनियन के महासचिव अमरेंद्र प्रसाद मिश्र ने बताया कि मेसर्स राम कंस्ट्रक्शन के प्रोप्राइटर सौदागर राम द्वारा बिगत 01 दिसंबर 2017 के पत्रांक संख्या 448 के माध्यम से कार्यरत सभी 32 मानव बलों को पत्र जारी कर कार्य से हटा दिया गया है।
छटनीग्रस्त कर्मचारियों में रात्रि सहायक के रूप में कार्यरत मदन कुमार सोहसराय, विनोद कुमार बड़ी पहाड़ी, राजीव कुमार रामचंद्रपुर, अशोक कुमार रहुई, रवि कुमार धमौली, राजकिशोर पासवान अस्थावां, शंभूनाथ पांडे गिलानी, रंजीत कुमार सरबहदी, गोपाल कुमार मालती, प्रेम कुमार सरमेरा, गंगासागर राउत बिंद, संतोष कुमार चण्डी, विनय कुमार थरथरी, नरेश यादव चेरन, सुनील कुमार हरनौत, राहुल कुमार कल्याण विगहा, नागेंद्र कुमार चैनपुर, प्रमोद कुमार नुरसराय, मालो यादव तेतरावां, शिवशंकर कुमार बिजवनपर, मुकेश कुमार सोहसराय, पप्पू कुमार नईसराय, अभिषेक कुमार बड़ी पहाड़ी, अतिश कुमार बड़ी पहाड़ी, पप्पू दास रामचन्द्रपुर, जितेन्द्र कुमार बड़ी पहाड़ी, राहुल कुमार बड़ी पहाड़ी, रौशन पासवान रहुई, रेणु देवी हरनौत एवं मनोज कुमार नुरसराय शामिल हैं।
इस संबंध में राम कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर सौदागर राम ने बताया कि विद्युत आपूर्ति प्रमंडल बिहारशरीफ के विद्युत कार्यपालक अभियंता द्वारा 31 मई 2017 के पत्रांक 1062, 31 अक्टूबर 2017 के पत्रांक 2070 एवं साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के उप सचिव द्वारा 14 सितंबर 2017 के पत्रांक 580 के आलोक में 01 दिसंबर 2017 के प्रभाव से उक्त कार्यरत सभी 32 मानव बालों को हटा दिया गया है।