नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के बड़की घोसी गांव के पास बाढ़ थाना क्षेत्र के एक युवक की गोली मारकर हुई हत्या को लेकर सनसनीखेज जानकारी मिली है। इस हत्याकांड का कनेक्शन विभिन्न न्यूज चैनलों पर ‘पटना जिले के बाढ़ थाना स्थित एक नीजि नर्सिंग होम में बदमाशों द्वारा तोड़फोड़ और एक नर्स को अगवा करने’ से सीधा जुड़ा दिख रहा है।
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी के अनुसार हिलसा में बरामद शव पटना जिला बाढ़ थाना निवासी 15 वर्षीय शशिकांत कुमार का है, जो वहां के जनता नर्सिंग होम में काम करता था। कल देर शाम तक जब वह घर वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने मोबाईल से संपर्क साधा। उधर से एक नर्स ने खाना खाकर अभी सो गया है कहकर फोन काट दी। इसके बाद परिजन आश्वस्त हो गए कि युवक नर्सिंग होम में ही है।
इसी बीच अहले सुबह मीडिया व पुलिस द्वारा जब हिलसा थाना क्षेत्र में युवक की गोली मारकर हत्या और उसके शव बरामद होने की सूचना मिली तो इससे आक्रोशित परिजनों एवं लोगों ने उस नर्सिंग होम में जम कर तोड़-फोड़ की और उस नर्स को अपने कब्जे में लेकर साथ लेते गए।
एक्सपर्ट मीडिया के पास न्यूज चैनलों द्वारो एक तरफ बाढ़ में एक नर्सिंग होम में बदमाशों द्वारा तोड़फोड़ और एक नर्स को अगवा कर लेने की सूचना मिल रही थी, वहीं शशिकांत का शव लेने पहुंचे युवकों ने बताया कि मृतक बाढ़ के जनता नर्सिंग होम में काम करता था।
उक्त दोनों कड़ियों के जुड़ने के बाद मामला बेहद पेंचीदा हो गया है। यदि युवक नर्सिंग होम में नहीं था तो फिर नर्स ने परिजनों को झूठी सूचना क्यों दी? यदि परिजनों द्वारा तोड़-फोड़ करने एवं एक नर्स को उठा ले जाने की बात है तो फिर बदमाशों द्वारा तोड़फोड़ के पिछे राज क्या हो सकता है?