डीएम एसपी बोले- शराब नहीं, बीमारी से हुयी है मौत।
दुकान से भारी मात्रा में मवेशी व मानव के लिये एक्सपायरी दवा को बरामद किया गया। हालांकि दुकान संचालक सतेंद्र राम भागने में सफल रहा। उसके बाद दुकान को सील कर दिया गया । उस समय एसडीओ व डीएसपी ने मौत की बजह को एक्सपायरी दवा बताया था। घटना की जाँच के बाद डीएम व एसपी ने कहा की जहरीली पदार्थ नही बल्कि बीमारी से मौत होने की बात सामने आ रही है।
हिलसा, नालंदा (मनीष)। जहरीली पदार्थ की सेवन करने के बाद एक महादलित समेत दो लोग की मौत एव कई लोग चपेट में आने की सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।
घटना हिलसा थाना क्षेत्र के पुना गांव की है। घटना की जाँच के बाद डीएम व एसपी ने कहा की जहरीली पदार्थ नही बल्कि बीमारी से मौत होने की बात सामने आ रही है।
मिली जानकारी के अनुसार हिलसा थाना क्षेत्र के पूना गांव में उस समय अफरातफरी मच गया जब नशा हेतु जहरीली पदार्थ का सेवन करने के बाद जहाँ एक एक कर इलाज के दौरान मौत हो गयी। वहीं कई लोग अभी भी इसके चपेट में होने की बात कही जा रही है।
मृतक की पहचान पूना गांव निवासी रामेश्वर रविदास का पुत्र रणजीत रविदास एव पुना डीह गांव निवासी देवन चौहान के रूप में हुयी है।
घटना की सूचना मिलने के बाद रणजीत रविदास के शव को बरामद कर लिया है। जबकि देवन चौहान की लाश पुलिस को हाथ नही लग पाया है। बरामद शव को पोस्मार्टम हेतु बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेजा गया है।
इस घटना के बाद गांव में मची अफरातफरी की माहौल पर हिलसा डीएसपी प्रवेन्द्र भारती , एसडीओ सृष्टि राज सिन्हा, बीडीओ डॉ अजय कुमार , सीओ सुबोध कुमार के आलावा थाना के पुलिश पदाधिकारी ने गांव में कैम्प कर घटना की जाँच करने में जुट गए।
इस दौरान पदाधिकारियों ने हर तथ्य को बारीकी से जाँच किया मृतक के परिजनों से घटना की जानकारी लेने के बाद गांव में ही स्थित सतेंद्र नामक किराना दुकान में छापामारी की गयी जहाँ से मृतक द्वारा जहरीली पदार्थ की खरीदारी किया था ।
छापामारी के क्रम में दुकान से भारी मात्रा में मवेशी व् मानव के लिये एक्सपायरी दवा को बरामद किया गया हलाकि दुकान संचालक सतेंद्र राम भागने में सफल रहा।उसके बाद दुकान को शील कर दिया गया । उस समय एसडीओ व् डीएसपी ने मौत की बजह को एक्सपायरी दवा बताया जा रहा था।
बोली मृतक की पत्नी बोली- शराब की जगह दिया था जहरीली दवा
घटना के बाद मृतक रणजीत रविदास की पत्नी उमा देवी ने कहा की दो दिन पूर्व इंट भटठा पर से काम कर घर आये थे ।शनिवार को पति ने दो हजार रुपया की नोट लेकर शराब पीने के लिये गांव के सतेंद्र राम की किराना दुकान में गए। जहाँ अन्य लोगो के साथ दुकान में ही पहले नशा किये। उसके बाद एक छोटी सी शीशी में घर लेकर आये जो घर में आने के बाद एक ग्लास लिये और उसमें शीशी में पैक पदार्थ को मिलाकर सेवन किये।
कुछ समय बाद अचनक उनके पेट में दर्द हुयी पूछने पर बताया कि सतेंद्र के दुकान में एक गिलास पिए है और एक गिलास अभी पीये है। पांच सौ का वह नशा करने वाला पदार्थ दिया है। बाकि 15 सौ रुपया उसी के यहाँ छोड़ दिया हूँ। धीरे धीरे रणजीत की हालत ज्यादा बिगड़ने लगा तो गांव के ही ग्रामीण चिकित्सक रणजीत कुमार को बुलाकर इलाज करबाया लेकिन सुधार होने के बजाय हालत और बढ़ते गया । कै- दस्त होने लगा।
आनन फानन में परिजनों ने इलाज के लिये हिलसा के एक निजी अस्पताल में लेकर आया परन्तु सीरियस देख चिकित्सको ने पटना ले जाने की बात कहि जहाँ पटना ले जाने के दौरान रास्ते में ही मौत हो गया। जबकि मृतक के पुत्री ने कहा कि पिता नशा का आदि थे, लेकिन बीमार नही थे। जहरीली शराब पीने से ही मौत हुआ है।
लाश की सौदेबाजी के बाद बदला परिजन का बयान
घटना में बुद्धिजीवी ग्रामीण ने साफ तौर पर कहा की सतेंद्र राम पूर्व से ही शराब का कारोबार करते आ रहा है ।उन्होंने कहा की जहाँ तक हमे मालूम है की बगल के पूना डीह गांव में किसी के शादी समारोह में लोग आया था जहाँ पूना डीह निवासी देवन चौहान अपने रिस्तेदारो के साथ भी उक्त दुकान से ही जहरीली शराब का सेवन किया था । नशा करने के कुछ घण्टे बाद ही मौत हो गयी थी लेकिन मामला को आपसी समझौता के आधार पर कारोबारी व् मृतक के परिजन के बिच पंचायती हुयी।
जिसमें देवन चौहान की लाश की बोली दुकान संचालक सह कारोबारी ने 75 हजार रुपया लगाया उसके बाद मृतक के परिजन चुप रह गए ।लाश को आनन फानन में दाहसंस्कार भी कर दिया। लेकिन इसके मौत के शौदेबाजी के कुछ घण्टा बाद एक और महादलित रणजीत रविदास की हुयी मौत की खबर जंगल में आग की तरह फ़ैल गयी।
उन्होंने यह भी कहा की पता चल रहा है की घटना में तीन की मौत हो गयी हैं।जबकि कई लोगों का अभी भी इधर उधर पुलिस कारवाई की डर से लुका छिपा कर इलाज कराने में जुटे हुए है। हालाकि जाँच करने पहुचे वरीय पुलिस पदधिकारी के समक्ष मृतक देवन चौहान के परिजन द्वारा बताया गया कि वह रोगग्रस्त थे, जिसका इलाज पटना में चल रहा था और इलाज के दौरान ही मृत्यु हुयी है।
घटना को बारीकी से जाँच में जूटे एसडीओ व डीएसपी
घटना की सूचना मिलने के बाद दल बल के साथ उक्त गांव में पहुचे एसडीओ सृस्टि राज सिन्हा तथा डीएसपी प्रवेन्द्र भारती ने मृतक के परिजनों से जानकारी लेने के तुरन्त बाद मामले को गम्भीरता से लेते हुए जाँच करना शरू किया। जहाँ गांव स्थित किराना दुकान जहाँ से दवा व नशीले पदार्थ की खरीदारी करने की बात कही जा रही थी।
उक्त दुकान व उसके घर की तलाशी ली गयी। इस दौरान दुकान से भारी मात्रा में एक्सपायरी दवा इंजेक्शन एव कीटनाशक की दवा को बरामद किया गया है। छापामारी के बाद दुकान को सील कर दिया गया है।
एसडीओ सृस्टि राज सिन्हा ने बताया की घटना की जाँच में प्रथम दृष्ट्या में मौत की वजह एक्सपायरी दवा की सेवन से होने की आशंका जाहिर की गयी । दुकान या घर से कहि भी शराब का किसी प्रकार का अंश नही मिला है। फिलहाल दुकान संचालक के विरुद्ध बिना लायसेंस के दवा बिक्री करने के आरोप में मामला दर्ज किया जाएगा।
बोले नालंदा के डीएम एसपी
घटना के बाद जाँच में पहुचे नालंदा डीएम डॉ त्यागराजन व एसपी कुमार आशीष ने मृतक के परिजनों से जानकारी प्राप्त करने के बाद कहा की घटना में शराब की बात गलत है । मौत बीमारी के कारण हुआ है ।