रांची। महेंद्र सिंह धोनी और साक्षी की शादी की 4 जुलाई को छठी एनिवर्सरी है। धोनी जब भी अपने होम टाउन रांची आते हैं, वो यहां पर एक मंदिर में जरूर हाजिरी लगाते हैं। हम बात कर रहे हैं रांची स्थित दिवड़ी मंदिर की। धोनी, साक्षी के साथ शादी करने के बाद भी इस मंदिर में आए थे। तब से यह मंदिर सुर्खियों में आ गया। भारतीय क्रिकेट में सिलेक्शन से पहले से ही धोनी यहां पूजा करने आते रहे हैं।
धोनी अपने हर महत्वपूर्ण मैच से पहले यहां सोलहभुजा दुर्गा मंदिर (दिवड़ी मंदिर) जरूर आते हैं। रांची-टाटा हाइवे पर स्थित यह मंदिर धोनी की श्रद्धा के कारण पूरे देश में प्रसिद्ध हो चुका है।
कहा जाता है कि मंदिर में स्थित मां सोलहभुजा मां दुर्गा ने धोनी और उनके परिवार की हर कदम पर सहायता की है।
क्रिकेट से समय मिलते ही धोनी यहां जरूर आते हैं। इस मंदिर को धोनी के क्रिकेट टीम में आने से पहले कुछ ही लोग जानते थे।
इंडियन क्रिकेट टीम के हरभजन सिंह, शिखर धवन व उनकी पत्नी आयशा और बिहार के एक्स सीएम लालू प्रसाद यादव भी इस मंदिर में माता के दर्शन के लिए आ चुके हैं।
महेन्द्र सिंह धोनी जब भी कोई शुभ काम या नई शुरुआत करते हैं तो वह रांची से 70 किलोमीटर दूर देवड़ी मंदिर में आना नहीं भूलते।
इसकी वजह से आज देवड़ी मंदिर में श्रद्धालुओं और पर्यटकों का आना जाना खूब हो रहा है। हर रोज हजारों श्रद्धालु देवी के दर्शन करने यहां आते हैं।
देवड़ी मंदिर आज आस्था का केंद्र के साथ साथ टूरिस्ट प्लेस के रूप में डेवलव हो गया है। इसका फायदा यहां के बेरोजगार युवाओं को मिल रहा है।