नालंदा ( राम विलास )। सिलाव और राजगीर नगर पंचायत चुनावी शोर में सराबोर है। गीत संगीत के माध्यम से प्रत्याशी अपनी चुनाव प्रचार कर रहे हैं। नकली ईवीएम के माध्यम से प्रत्याशी वोटरों को वोट देने के लिए समझाने में भी जुटे हुए हैं।
21 मई को होने वाले नगर पंचायत चुनाव में अपनी जीत हासिल करने के लिए प्रत्याशी एक भी कोर कसर छोड़ना नहीं चाह रहे हैं। सिलाव में 14 और राजगीर में 19 वार्ड में चुनाव होना है।
प्रत्याशी वोटरों को रिझाने के लिए मीट- मुर्गा भोज- भात का भी सहारा ले रहे हैं। हालांकि यह आचार संहिता के अनुकूल नहीं है। पदाधिकारी भी इससे अनभिज्ञ नहीं है । फिर भी वैसे लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अर्थात उन्हें वोटरों को रिझाने के लिए हर संभव खुली छूट दी जा रही है।
जानकारी के अनुसार कई प्रत्याशी वोट खरीदने की पहल भी कर रहे हैं। उनके द्वारा प्रति वोट की राशि निर्धारित करने की चर्चा भी खूब हो रही है। जैसे-जैसे चुनाव अंतिम पड़ाव की ओर जा रहा है वैसे- वैसे चुनाव दिलचस्प होते जा रहा है।
इस चुनाव मैदान में अनपढ़ से लेकर इंजीनियर और डॉक्टर तक ताल ठोक रहे हैं। ऐसे लोग पहली बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इन योग्य प्रत्याशियों को वोटर कितना तहरीक देते हैं यह तो मतगणना उपरांत ही पता चल सकेगा।
कई पूर्व वार्ड पार्षद भी अपना किस्मत दूसरे वार्ड में जाकर आजमा रहे हैं। इन में कई के पोजीशन अच्छे बताये जा रहे हैं, तो कई की पोजीशन महज चर्चा तक ही है। कितने पुराने वार्ड पार्षद चुनाव में पुनः जीत दर्ज करायेगे यह भी मतगणना बाद ही पता चलेगा।
मतदान की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे चुनाव प्रचार का रफ्तार तेज होता जा रहा है। प्रत्याशियों की बेचैनी भी उसी रफ्तार से बढ़ती जा रही है। प्रत्याशी वोटर को अपने पक्ष में करने के लिए हर हथकंडे अपना रहे हैं। तरह-तरह के प्रलोभन देकर रिझाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कोई मंदिर निर्माण की बात कर रहे हैं, तो कोई मीठा पानी का जल मीनार लगाने की बात कर रहे हैं।
कोई नली – गली बनवा रहा है तो कोई उसकी सफाई करवा रहा है। हर वार्ड के प्रत्याशी अपनी क्षमता के अनुसार अपने वोटर पर खर्च कर रहे हैं। कोई खस्सी का मीट तो कोई मुर्गा मुसल्लम की व्यवस्था कर रहे हैं। कई प्रत्याशी वोटरो को रिझाने में नगद नारायण का खेल भी खेल रहे हैं। कुछ प्रत्याशी पूजा पाठ को ढाल बनाकर वोट बटोरने में लगे हैं ।