“राज्य सरकार स्वास्थ सेवाओं को सुदृढ़ करने का दावा कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही वयां कर रही है। सरकार का दावा नालंदा जिले के चंडी प्रखंड मुख्यालय स्थित रेफरल अस्पताल में फेल दिख रही है। इसके बड़ी बजह डाक्टरों व स्वास्थकर्मी की घोर कमी है। लिहाजा गरीब मरीजों का काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। डाक्टरों के कमी से मरीज निजी क्लिनिक में इलाज कराने के लिए मजबूर हो रहे है। जहाँ जमकर आर्थिक दोहन किया जा रहा है।“
चंडी (संजीत)। इस रेफरल अस्पताल में डाक्टरों का चार पद स्वीकृत है,जिसके विरुद्ध मात्र एक चिकित्सक कार्यरत है। ऐसे में महज एक चिकित्सक के सहारे इतने बड़ी आबादी को इलाज करने की जबावदेही है।
30 शैय्या वाले रेफरल अस्पताल में चिकित्सकों की कमी से यह सहज लगाया जा सकता है कि मरीजों का इलाज कैसे चल रहा है।
चंडी रेफरल अस्पताल में स्वास्थ कर्मी का भी भारी टोटा है। अस्पताल में चार ए ग्रेड नर्स में से दो ए ग्रेड नर्स पदस्थापित है। वही एक लिपिक भी है। कर्मियों के कमी से मरीजों को इलाज करना पहाड़ जैसे सामना करना पड़ रहा है।
डीएम के आदेश पर चंडी प्रखंड में जनता के समस्या के निदान के लिए 12 दिसंबर को लगाया गया जनता दरवार में रेफरल अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के लिए समाजसेवी उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने आवेदन दिया था
सीएस सुबोध कुमार ने बताया कि चंडी रेफरल अस्पताल में डाक्टरों की कमी है। डाक्टरों के लिए वरीय पदाधिकारी को लिखा गया है। जल्द ही वहां डाक्टर व स्वास्थकर्मी को बहाल कर दिया जाएगा।
रेफरल अस्पताल अंतगर्त रिक्त पद
पदनाम स्वीकृत कार्यरत रिक्त
चिकित्सक पदाधिकारी 04 01 03
ए ग्रेड नर्स 04 02 02
एक्सरे टेक्नीशियन 01 0 01
प्रयोगशाला प्रावैधिकी 01 0 01
फार्मासिस्ट 01 0 01
भंडारपाल 01 0 01
लिपिक 01 1 00
परिधापक 01 0 00
शल्य कक्ष सहायक 01 0 00
चालाक 01 0 00
पुरुष कक्ष सेवक 01 0 01
महिला कक्ष 01 0 01
झाडुकक्ष 01 0 01
आदेशपाल 01 0 01
रसोइया 01 0 01
चौकीदार 01 0 01