“न्यायिक हिरासत में लिए जाने के बाद कोर्ट हाजत जाने के दौरान अभियुक्त राजेश कुमार ने कहा कि जिस वक्त गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगया उस वक्त वह करायपरशुरय के मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में कैश जमा कर रहा था।“
हिलसा (चन्द्रकांत)। नालंदा जिले के हिलसा क्षेत्र में करायपरसुराय के किसान गौरीशंकर हत्याकांड के नामजद तीन अभियुक्तों में दो अभियुक्त सोमवार कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। जबकि मुख्य अभियुक्त अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका।
हिलसा के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी इंद्रजीत सिंह के कोर्ट में अदालती कार्यवाई शुरु हुई थी। तभी गौरीशंकर हत्याकांड में नामजद बनाए गए अभियुक्त सुरेन्द्र सिंह एवं राजेश कुमार उर्फ गुड्डू के आत्मसम्र्पण का आवेदन आया। संक्षिप्त सुनवाई के बाद कोर्ट दोंनो न्यायिक हिरासत में लेते हुए पुलिस अभिरक्षा में कोर्ट हाजत ले जाने का आदेश दिया।
डीएसपी प्रवेन्द्र भारती ने अभियुक्त सुरेन्द्र सिंह और राजेश कुमार के आत्मसमर्पण को पुलिसिया कार्रवाई का प्रतिफल बताया। उन्होंने बताया कि हत्याकांड में नामजद मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह एवं गुड्डू उर्फ राजेश कुमार की गिरफ्तारी के लिए नालंदा से लेकर पटना जिला के कई थाना क्षेत्रों में गहन छापेमारी की गई। लगातार हो रही छापेमारी से घबराए अभियुक्त सुरेन्द्र सिंह एवं राजेश कुमार आत्मसमर्पण किया।
डीएसपी श्री भारती ने बताया कि हत्याकांड में शेष बचे मुख्य अभियुक्त मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह की गिरफ्तारी के लिए निरंतर छापेमारी की जा रही है। अनुसंधानकर्ता रत्न किशोर झा द्वारा कोर्ट में वारंट हेतु प्रार्थना पत्र समर्पित किया जा चुका है। अगर जल्द ही मुख्य अभियुक्त मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह गिरफ्तार नहीं होते तो कोर्ट से आदेश लेकर उनके विरुद्ध कुर्की-जप्ती की कार्रवाई की जाएगी।
मालूम हो कि मूलत: करायपरशुराय थाना के मुखदुमपुर गांव निवासी किसान गौरीशंकर सिंह गुरुवार को मोटरसाईकिल से घर लौट रहे थे। तभी लोहंडा के निकट तीन अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस मामले में मृतक गौरीशंकर सिंह के पुत्र मनोज कुमार के फर्द ब्यान के आधार पर मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह, गुड्डू उर्फ राजेश कुमार एवं सुरेन्द्र सिंह के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई थी।
सरेंडर करने वाले सुरेन्द्र और राजेश रिश्ते में हैं पिता-पुत्र
किसान गौरीशंकर हत्याकांड में सोमवार कोर्ट में सरेंडर करने वाले नामजद अभियुक्त सुरेन्द्र सिंह और गुड्डू उर्फ राजेश कुमार रिश्ते में पिता-पुत्र हैं।
हत्याकांड से संबंधित एफआईआर में सुरेन्द्र सिंह पर हुक्म देने और गुड्डू उर्फ राजेश कुमार पर गोली मारने का आरोप लगाया गया है। हत्या का कारण जमीनी विवाद को लेकर हुए जानलेवा हमले में सजा हो जाने की आशंका जतायी गयी।
गौरीशंकर पर जानलेवा हमले में आरोपित हैं सुरेन्द्र और राजेश
किसान गौरीशंकर सिंह पर करीब डेढ साल पहले गांव में ही जानलेवा हमला हुआ था। इस घटना के संबंध में करायपरशुराय थाना में मामला दर्ज कराया गया है।
पुलिस की मानें तो इस मामले में सुरेन्द्र सिंह और गुड्डू उर्फ राजेश कुमार के विरुद्ध कोर्ट में आरोप पत्र समर्पित किया जा चुका है। सुनवाई हेतु मामला कोर्ट में लंबित है।
शैलेन्द्र का सहयोग करना पिता-पुत्र को पड़ा मंहगा
जमीनी विवाद में शैलेन्द्र सिंह को सहयोग करने के कारण ही सुरेन्द्र सिंह एवं राजेश कुमार (पिता-पुत्र) मंहगा पड़ गया। इन दोंनो को पहले जानलेवा हमला करने के बाद अब हत्या करने के मामले में नामजद अभियुक्त बना दिया गया।
पुलिस की मानें तो मृतक गौरीशंकर सिंह का जमीनी विवाद गांव के ही मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह से चल रही है। इस विवाद में सुरेन्द्र सिंह एवं राजेश कुमार (पिता-पुत्र) ग्रामीण मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह को सहयोग करता था।
मुझे फंसाया गया, निर्दोष हूं मैं
किसान गौरीशंकर सिंह हत्याकांड में कोर्ट में सरेंडर करने वाले नामजद अभियुक्त सुरेन्द्र सिंह एवं राजेश कुमार ने खुद को निर्दोष बताते हुए साजिश के तहत फंसाए जाने की बात कही। बहरहाल जो भी हो वादी और अभियुक्त के दावों में कितना दम है वह तो पुलिसिया अनुसंधानपूर्ण होने के बाद ही पता चलेगा।