एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। नालंदा। सीएम नीतीश कुमार जी का नालंदा। यहां कुछ भी हो सकता है। कायदा, नियम , कानून और नैतिकता कोई मायने नहीं रखते। हद तो तब हो जाती है कि सरकारी बाबू लोग भी उसकी अनदेखी करते हैं और अज्ञानता वश ही सही, वो कर जाते हैं, जो एक नजीर बन जाती है।
आज नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड मुख्यालय में हुआ कुछ ऐसा ही। आज वहां ठीक 11 बजे प्रमुख और उप प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तिथि निर्धारित थी। लेकिन एक भी पंचायत समिति सदस्य उपस्थित नहीं हुये।
यहां तक कि एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाने वाले प्रमुख या उप प्रमुख भी नदारत रहे। इसे देखते हुये कार्यपालक पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी ने एक घंटे बाद करीब 12 बजे अविश्वास प्रस्ताव खारिज करने की घोषणा कर दी।
प्रखंड विकास पदाधिकारी रीतेश कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुये 12.40 बजे एक्सपर्ट मीडिया न्यूज को बताया कि निर्धारित तिथि-समय पर एक भी पंचायत समिति सदस्य के बैठक में शामिल नहीं होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया गया है। वे इसकी सूचना नालंदा जिलाधिकारी को भेज दी है।
उन्होंने कहा कि ऐसा कोई प्रावधान-नियमावली नहीं है कि सभी पंसस सदस्यों की अनुपस्थिति में अविश्वास प्रस्ताव खारिज न किया जाये। किसी के नहीं आने से अविश्वास प्रस्ताव स्वतः खारिज मानी जाती है।
नगरनौसा प्रखण्ड प्रमुख अन्तरा देवी ने उप प्रमुख पर अविश्वास प्रस्ताव में स्थाई समिति की बैठक न करना, विकास कार्यों में रुचि नही रखना, अपने कृपा पात्र सदस्यों को ही विशेष तरजीह देना, पंजीयन का चयन मनमाने ढंग से करना, समिति के सदस्यों के साथ भेद भाव बरतना, जनहित में कार्य नही करना एवं कभी भी कार्यलय में न बैठने का आरोप लगाया।
उप प्रमुख सुनीता देवी ने अविश्वास प्रस्ताव में प्रखंड प्रमुख मनमाने ढंग से केवल अपने स्वार्थ हित में कार्य करने, योजनाओं को शिथिलथा वरतने, आम नागरिकों को योजनाओं की जानकारी न देने, योजनाओं के लाभ से उन्हें बंचित रखने, प्रखंड कार्यालय में कभी नही बैठने तथा समय पर पंचायत समिति का बैठक नहीं करने का आरोप लगाया ।
लेकिन प्रमुख और उप प्रमुख ने कभी भी किसी बैठक में या कार्यपालक पदाधिकारी से मौखिक या लिखित शिकायत नहीं की है। अचानक अविश्वास प्रस्ताव के बहाने अपनी-अपनी कुर्सी बचाने के लिये एक दूसरे पर जिस तरह के गंभीर आरोप लगाये हैं, वे दोनों को कर्तव्यहीन साबित करती है।
प्रमुख और उपप्रमुख द्वारा एक दूसरे की कर्तव्यहीनता की पोल खोलने वाले इस अविश्वास प्रस्ताव की बैठक प्रखंड विकास पदाधिकारी सह कार्यपालक पदाधिकारी रितेश कुमार द्वारा अविश्वास पर चर्चा एवं मत विभाजन के लिये आज 4 अगस्त को दिन 11 बजे की निर्धारित कर रखी है।