खूंटी (राजेन्द्र प्रसाद)। खूंटी जिला में न तो पिछडा वर्ग है और न ही पिछडा वर्ग निवास करता है। अर्थात खूंटी जिला प्रशासन द्वारा लक्ष्मी नारायण प्रसाद को सूचना का अधिकार (2005)के तहत जिला सांख्यिकी पदाधिकारी द्वारा दिए गए सरकारी आंकडे के अनुसार पुरा खूंटी जिला क्षेत्र पिछडा एवं अत्यंत पिछडा वर्ग रहित जिला है।
छोटानागपुरिया तेली उत्थान समाज केन्द्रीय समिति के प्रवक्ता लक्ष्मी नारायण प्रसाद ने आज संस्था के डाक बंगला रोड स्थित कार्यालय परिसर में केन्द्रीय अध्यक्ष कामेश्वर महतो सहित कई अन्य पदाधिकारी तथा सदस्यों की उपस्थिति में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सरकारी दस्तावेज प्रस्तूत कर सभी तथ्यों का उल्लेख करते हुए उक्त रहस्योदघाटन किया।
उन्होंने खूंटी जिला में पिछ्डी जाति एवं अत्यंत पिछडी जाति को अस्तित्वहीन दर्शाते सरकारी आंकडों पर रोष व्यक्त करते हुए कहा की-प्रशन उठता है कि खूंटी लोक सभा क्षेत्र का लम्बे अर्से से प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद कडिया मुंडा ने क्या इस संदर्भ में लोक सभा में कभी कोई प्रश्न किया? यदि नहीं तो क्यो ?
जबकि कडिया मुंडा की ही तर्ज पर खूंटी लोक सभा क्षेत्र के अर्न्तगत आने वाले विधान सभा क्षेत्रों के निर्वाचित विधायकों ने भी झूठ से परिपुर्ण इस गंभीर मामले में आंख बंद किये रखा है और आंकडा सही कराने के अपने कर्तंव्य के प्रति उदासीन व लापरवाह रहे हैं।
संस्था के केन्द्रीय प्रवक्ता लक्ष्मी नारायण प्रसाद तथा केन्द्रीय अध्यक्ष कामेश्वर महतो ने पत्रकारों के समक्ष स्पष्ट शब्दों में घोषित किया कि अब पिछडा वर्ग एवं अत्यंत पिछडा वर्ग को जागना ही होगा और निश्चित रूप से एक सुनियोजित साजिश के तहत किये गए इस गलत सरकारी कारनामे के विरूद्ध हमें जिस हद तक जाना पडे-हम जाएंगे।
खूंटी जिला में बहुसंख्यक पिछडा एवं अत्यंत पिछडा वर्ग को जनसंख्या दर्शाने में शुन्य बतलाना सोच-समझ कर की गई एक बडी साजिश है, जिसे कदापि बर्दास्त नहीं किया जायेगा।