“इस बार नालंदा जिले के स्थानीय जदयू विधायक समर्थित चंडी प्रखंड प्रमुख के प्रति पंचायत समिति सदस्यों में जो रोष-महौल दिख रहा है, उससे साफ जाहिर होता कि इस बार कुर्सी बचाना आसान न होगी”।
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। नालंदा जिले के चंडी प्रखंड पंचायत समिति की राजनीति एक बार फिर गरमा गयी है। प्रखंड प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव का समय ज्यों-ज्यों नजदीक आ रहा है। हटाने-बचाने के खेल में पंचायत समिति के सदस्य खुल कर सामने आने लगे हैं।
खबर है कि वर्तमान प्रखंड प्रमुख निर्मला देवी को पदच्यूत करने की रणनीति के तहत चंडी जैती मोड़ स्थित एक मकान में विक्षुब्ध पंचायत समिति सदस्यों की एक बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता मुखर पंचायत समिति सदस्य दयाशंकर यादव ने की।
इस बैठक में शामिल कुल 12 पंचायत समिति सदस्यों ने वर्तमान प्रखंड प्रमुख पर विकास योजनाओं में मनमानी और राशि का बंदरबांट करने का आरोप लगाते हुये अविश्वास प्रस्ताव को लेक गहन चिंतन मनन किया।
इस बैठक में दयाशंकर कुमार, ऋतु देवी, रिंकू देवी, अखिलेश कुमार, सिम्पी देवी, गौतम कुमार, मनीष चौहान, रीता देवी, राजकुमार, रेशमी कुमारी, सुभद्रा कुमारी, फेकू कुमार आदि लोग शामिल थे।
विशेष पंचायत समिति सदस्य दयाशंकर कुमार ने बताया कि पंचायत समिति की विकास राशि का प्रखंड प्रमुख द्वारा अपने चहेतों के बीच खुलकर बंदरबांट कर लिया जा रहा है। इससे क्षेत्र में विकास नहीं होने से उपेक्षित पंचायत समिति सदस्यों को आम जनता के बीच कोपभाजन का शिकार होना पड़ता है।
श्री कुमार ने बताया कि यहां पंचायत समिति की आम बैठक में विकास से जुड़े जो भी प्रस्ताव पारित किये जाते हैं, उसे अमलीजामा न पहना कर रद्दी की टोकरी में फेंक दिया जाता है। इससे जनता के बीच से दूरी बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में प्रखंड में बिचौलिया का राज कायम हो गया है। पंचायत समिति के सदस्यों तक को कोई भी कार्य कराने के लिए उसी का सहारा लेना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रखंड प्रमुख के कार्यकाल में विकास योजनाओं की जिस तरह लूट-खसोंट हुई है, अगर उसकी गहराई से जांच किया जाये तो खीब घपले-घोटाले उजागर होने तय हैं।
हालांकि वर्तमान प्रखंड प्रमुख के पति इंद्रदेव पासवान का कहना है कि विक्षुब्धों द्वारा लगाये गये सारे आरोप वेबुनियाद हैं। असल लड़ाई प्रखंड प्रमुख और उप प्रमुख की कुर्सी को लेकर है। यहां पंचायत समिति की सारी योजनाओं को पारदर्शिता के साथ क्रियान्वित की जा रही है। काहीं कोई लूट-खसोट नहीं है।
बहरहाल बात कुछ भी हो। लेकिन इसना तो तय है कि इस बार वर्तमान प्रखंड प्रमुख को लेकर जो माहौल है और विक्षुब्धों ने जिस प्रकार से अविश्वास प्रस्ताव लाने की मुहिम में जुटे दिख रहे हैं, उलट-फेर की काफी संभावना है।
वर्तमान प्रखंड प्रमुख को स्थानीय हरनौत विधायक हरिनारायण सिंह का खासमखास माना जाता है। पिछली बार प्रमुख के चयन में जिन्होनें अहम गोपनीय भूमिका निभाई थी। लेकिन इस बार का माजरा बदला-बदला सा नजर आ रहा है। विक्षुब्धों की संख्या बढ़ भी सकती है। इस बार कुर्सी बचानी काफी टेढ़ी खीर है। शायद विधायक के सारे प्रयास भी काम न आये।