“किसानों के मौत को छुपाने के लिए सिर्फ एसआईटी गठित कर दिया जा रहा है। ऐसा नही चलेगा। रघुवर सरकार को जबाब देना पड़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि किसानों को 50 प्रतिशत तक छुट देने का उनका वादा कहां गया।”
रांची। “यहां किसानों की मौत को छुपाने के लिए सिर्फ एसआईटी गठित कर दिया जा रहा है। ऐसा नही चलेगा। रघुबर सरकार को हर हाल में जबाब देना पड़ेगा”।
उक्त बातें जिले के ओरमांझी प्रखंड के बिजांग गांव में कर्ज के बोझ तले दब कर सुसाइड करने वाले किसान राजदीप नायक के परिजनों से मिलने के बाद पूर्व स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा मोदी सरकार के आने के बाद देश भर में अब तक 14 हजार किसानों ने आत्महत्या कर लिया है। केंद्र व राज्य सरकार किसानों को आत्महत्या को झुठलाने के लिए पूरी जोर लगा दिया है।
उन्होनें सबालिये लहजे में कहा कि यहां किसानों को नकली बीज मिल रहा है। देश भर में झारखंड के किसानों को धान सबसे कम किमत सात रूपया किलो बिका है। इस तरह किसानों की जान जाती रही तो देश के 130 करोड़ लोगों को भोजन कौन देगा?
उन्होंने कहा कि किसानों के मौत को छुपाने के लिए सिर्फ एसआईटी गठित कर दिया जा रहा है। ऐसा नही चलेगा। रघुवर सरकार को जबाब देना पड़ेगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि किसानों को 50 प्रतिशत तक छुट देने का उनका वादा कहां गया।
एक सवाल के जबाब में उन्होने कहा किसानों के आत्महत्या पर विपक्ष नहीं, बल्कि सरकार राजनीति कर रही है। इस तरह की पीड़ादायक आत्महत्या के बाद सत्तारुढ़ दल के क्षेत्रीय विधायक और सांसद तक नही पहुंचे हैं, तो क्या वे भी पीड़ितों को हाल जानने भी न पहुंचे।
उन्होंने मृत किसान के विधवा पत्नी को दस हजार रूपया भी दिया और कहा कि इस संकट की घड़ी में उनकी कांग्रेस पार्टी गरीब किसान के दुःख-दर्द के साथ सदैव साथ रहेगी।
इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता मन्नान मल्लिक, डॉ. बिरसा उरांव, पूर्व जिप अध्यक्ष सुन्दरी तिर्की आदि समेत सैकड़ों लोग साथ थे।