बिहारशरीफ (संवाददाता)। बिहार सरकर आठ लाख छात्र छात्राओं की जिंदगी नहीँ सम्भाल सकी तो उसे पद से इस्तीफा दे देना चाहिय। उक्त बातें पूर्व विधायक सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने शुक्रवार को एकंगरसराय चौराहे पर बिहार के मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री का पुतला दहन करने के बाद कही ।
पूर्व विधायक ने कहा कि बिहार सरकार आठ लाख छात्रों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है। अगर बिहार सरकार छात्रों की भविष्य सँभालने मे सक्षम नही है तो उसे इस्तीफा दे देना चाहिये । इन छात्र छात्राओं की स्कुटनी व कम्पाट्मेनटल,परीक्षा देने में पैसा नहीँ लेना चाहिये, क्योकि गलती सरकार की है । सरकार ने स्कुटनिंग के लिए प्रति पेपर 130, एक सौ तीस रुपये शुल्क रखी थी। भाजपा के विरोध करने पर घटाकर 70 रुपये प्रति पेपर कर दिया।
उन्होंने कहा कि गलती सरकार की है तो परीक्षा शुल्क सरकार को ही वहन करना चाहिये। आज़ बिहार की स्थिति यह है की कई मेधावी छात्र ईन्जनीरिंग व आईआईटी मे पास कर गये। जबकि, आईएससी मे फेल कर गये। यह विडम्बना की बात है। बिहार मे 650 ऐसे विद्यालय है, जहां एक भी छात्र छात्राएँ पास नहीँ हुये।
श्री रंजन ने कहा कि दो लाख छात्र छात्राओं की रिटोट्लिंग या प्रिन्टिंग में गलती है। उन्होंने बिहार सरकार से मांग किया है कि एक सप्ताह के अंदर इन छात्रों का रिज़ल्ट प्रकशित करे।
उन्होने कहा कि इतने बड़े शिक्षा घोटाला होंने होंने के बाद भी सरकार के कान पर जूँ तक रेंग नहीँ रही है। महा गठबंधन सरकार शिक्षा माफिया के सामने घुटने टेक दी है। पुतला दहन का कार्यक्रम पूर्व विधायक सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्त्ता राजीव रंजन के नेतृत्व में किया गया।
इस मौके पर भाजपा नेता अमीय कुमार , विजेन्द्र कुशवाहा ,पप्पू कुमार ,चिंटू कुमार , मुन्ना कुमार , राजेश्वर सिंह , रीना देवी , सूर्यभूषण सिंह , टिंकू कुमार समेत सैकड़ो लोग मौजूद थे ।