“कांग्रेस के कोटे से रामेश्वर उरांव और आलमगीर आलम, राजद के कोटे से सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली………..”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बन गए। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मु ने उन्हें राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई।
वहीं असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, माकपा नेता सीताराम येचुरी, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, तमिलनाडु से राज्यसभा सांसद कनिमोझी, भाकपा महासचिव डी राजा, डीएमके से एमके स्टालिन आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह भी कार्यक्रम में पहुंचे।
हेमंत सोरेन का परिवार भी समारोह में पहुंचा। मंच पर हेमंत के पिता शिबू सोरेन और मां रूपी सोरेन मौजूद रहे। उनकी पत्नी समेत परिवार के बाकी सदस्य भी समारोह में उपस्थित थे।
हेमंत सोरेन ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इससे पहले हेमंत ने जुलाई 2013 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। जेएमएम-राजद-कांग्रेस के साथ मिलकर उन्होंने 1 साल 5 महीने 15 दिनों तक सरकार चलाई थी।
हेमंत के पिता शिबु सोरेन भी 3 बार राज्य के सीएम रहे हैं। तीनों कार्यकालों में वह सिर्फ 10 महीने 5 दिन ही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे, जो हेमंत के एक कार्यकाल से काफी कम है।
झारखंड की 81 विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में हेमंत सोरेन की अगुवाई में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन 47 सीट हासिल की थीं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) को 30, कांग्रेस को 16 और आरजेडी को 1 सीट मिली है, जबकि 3 सीट हासिल करने वाली बाबूलाल मरांडी की झाविमो भी गठबंधन सरकार को समर्थन दे रही है। बीजेपी को चुनाव में 25 सीटें मिली जबकि आजसू को 2 सीटें हासिल हुईं।