” कुछ छात्राओं ने तो बगल के बुढ़वा महादेव में मन्नत भी मांग दी है कि रेखा रानी का ट्रांसफर हो जाए तो 101 नारियल से बाबा भोलेनाथ की पूजा की जाएगी और वह नारियल कॉलेज में मिठाई के साथ मिलाकर बांटी जाएगी।”
छात्राओं ने अपनी तरफ से तथ्यगत दस्तावेजों के साथ कुलपति को आवेदन भी दिया है, लेकिन सूत्रों का मानना है कि महिला कॉलेज की प्राचार्य रेखा रानी की पहुंच और पैरवी में इतनी पकड़ रखती है कि उन्हें हटा पाना इतना आसान नहीं है।
छात्राओं ने बताया कि छात्रावास में लड़कियां बरामदे में समान रखती है जबकि सामान रखने के लिए बने कमरों में ताला ज़ड़कर प्रचार्य अपनी कमर में खोश कर रखती है अब ऐसे में इनकी हिटलरशाही से ST लड़कियां काफी नाराज और असंतोष की मुद्रा में है ।
वहीं दूसरी तरफ जनरल लड़कियों का नामांकन कम प्रतिशत में होने के बावजूद पैसे और पैरवी की बदौलत उनका नामांकन हो जा रहा है वही हरिजन आदिवासी लड़कियां ज्यादा प्रतिशत लाकर भी प्रचार्य के कोप का भाजन बनकर कॉलेज के बाहर आस लगाए हुए बैठी है। सीएलसी देने के नाम पर लड़कियों से जबरन सो रुपए की ज्यादा वसूली की जा रही है।
कहा जाता है कि जल्दी प्रमाण पत्र लेना है तो ज्यादा पैसे लगेंगे, चाहे तुम जहां से दो। वही सेमेस्टर के बाद नामांकन के नाम पर अवैध ढंग से छात्राओं से वसूली हो रही है ,लेकिन लोगों का कहना है कि राजनीति के बड़े लोगों की पैरवी और पहुंच प्रचार्य के पीठ पर है तो वह ना तो कुलपति से डरती हैं और ना ही छात्राओं के संघ से।
जाहिर है कि इसी वजह से छात्राओं के साथ अभद्र ढंग से पेश आना इनकी शगल में शुमार हो चुका है। अगर इनकी स्वेच्छाचारिता और गलतबयानी के साथ अवैध कार्यों पर लगाम नहीं लगाया गया तो छात्राएं कुछ भी करने को तैयार है ।
कुछ छात्राओं ने तो बगल के बुढ़वा महादेव में मन्नत भी मांग दी है कि रेखा रानी का ट्रांसफर हो जाए तो 101 नारियल से बाबा भोलेनाथ की पूजा की जाएगी और वह नारियल कॉलेज में मिठाई के साथ मिलाकर बांटी जाएगी।
अब देखना है कि उनकी मुराद कुलपति पूरा करते हैं या भोले बाबा।