‘सभे गांव में घुमलि ह बेटा। जे कर्जा लेके बनैलखिन, उनका पैसा त मिलावे न कइले और हमनी कमाई खाई बाला सुधी पैसा लेके बनैवे, त सुदवे में बिक जीवै।’
बताते चलें कि रविवार की संध्या जदयू के दिवंगत नेता सुबोध प्रसाद के घर मातमपुर्सी के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आगमन हुआ और स्व. दुलारी मुखिया के श्राद्ध में शामिल होने के लिए रामघाट, मोहिउदीनपुर के रास्ते एकैडं गांव पहुंचे।
रामघाट से मोहिउदीनपुर गांव से कुछ आगे तक ग्रामीणों ने खुले में शौच कर सड़क के दोनों किनारे नारकीय बना रखा था।
उसे अंचलाधिकारी ने ग्रामीणों के सहयोग से पम्प सेट चला कर सड़क किनारे शौच को साफ करवा बिलीचिंग पॉडर का छिड़काव किया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री के काफिले के वापस लौटते ही लोगों ने फिर से खुले में शौच जाना शुरू कर दिया है।
विन्दर पासवान, इंदु रविदास वाल्मीकि यादव, मुनरकी देवी, चमेली देवी, मसुदन पासवान सहित दर्जनों लोग एक सुर में कहते हैं कि कि ‘सभे गांव में घुमलि ह बेटा। जे कर्जा लेके बनैलखिन, उनका पैसा त मिलावे न कइले और हमनी कमाई खाई बाला सुधी पैसा लेके बनैवे, त सुदवे में बिक जीवै।’