” पानी के आभाव में मायूस किसान दिखते वाले किसान खेतों के आसपास पानी को देख काफी खुश दिखे। लोकायन में पानी पहुंचने से भले ही कुछेक लोग परेशान दिखे, लेकिन बीरान पड़े एक बड़े भू-भाग में अब धान की फसल हो जाने की उम्मीद बढ़ गयी।”
हिलसा (चन्द्रकांत सिंह)। एक लंबे इंतजार के बाद गुरुवार की सुबह जब लोकायन नदी में पानी की लहर देख किसाानों के चहेरे खिल उठे। खेतों में पानी पहुंच जाने की गांरटी देख किसान खेती में जोर-शोर से जुट गए।
कल तक जो किसान पानी की आस में घर में हाथ पर हाथ धर कर बैठे थे, आज वही किसान अपने कामों में व्यस्त दिखे।
लोकायन में पानी की लहरें दौड़ने की खबर सुनते ही किसानों में भी खुशी की लहर दौड़ गयी।
शांत पड़ किसान एकबारगी सक्रीय हो गए और तनमन से खेती में जुट गये। कोई किसान पानी से लबालब भरे खेतों की जुताई करनी शुरु कर दी तो कोई पास के पईन से अपने खेतों में पानी पहुंचाने की कवायद करने लगे।
मालूम हो कि जून माह से धान की खेती शुरु करने वाले हिलसा के किसान पानी के आभाव में खेती की आस लगभग छोड़ लोकायन में पानी लाने के लिए आंदोलन का मूड बना रहे थे।
इसी बीच बुधवार को उदेरास्थान बराज से लोकायन में पानी छोड़े जाने की खबर मिली। बीरान पड़ी नदी में पानी पहुंचने पर खेती की उम्मीद जगने से किसानों में जबरदस्त खुशी दिखी।
अधिकारियों के दावे फेल, दो जगह टूटा तटबंध
बाढ़ से होने वाली तबाही को रोकने के लिए अधिकारियों द्वारा किए जा रहे दावे फेल हो गये। लोकायन नदी में दो जगह तटबंध टूट जाने से कई इलाकों में पानी फैल गया।
उदेरास्थान बराज से लोकायन में पानी छोड़े जाने की खबर मिलते ही पूरा प्रशासनिक महकमा सतर्क हो गया था।
संभावित ठिकानों पर नजर बनाए रखने के लिए कर्मचारियों की तैनाती कर दी गयी। खुद अधिकारी भी लोकायन नदी की पगडंडी पर भाग-दौड़ लगानी शुरु कर दी। लोकायान में ज्यों-ज्यों पानी बढ़ा त्यों-त्यों तटबंध पर दबाब भी बढ़ता गया। सबसे पहले हिलसा प्रखंड के जमुआरा गांव के निकट तटबंध टूटने की खबर मिलते ही चौकस अधिकारी और कर्मी कंट्रोल करने में जुट गये। महज दो-तीन घंटे के प्रयास पर अस्थाई तौर पर काबू भी पा लिया गया।
इधर तटबंध की मरम्मती का काम चल ही रहा था कि करायपरशुराय प्रखंड के सांध गांव के निकट लोकायन नदी के तटबंध टूटने की खबर आ गयी। इस टूटे तटबंध पर तत्काल कंट्रोल करने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। देखते ही देखते पानी के दबाब से तटबंध लंबी दूरी तक पानी में बह गया।
तटबंध के टूटने से सांध के अलावा मखदुमपुर पंचायत के कई गांवों के इलाके में पानी फैल गया। लोगों के समक्ष अचानक पानी पहुंचने से तरह-तरह की समस्याएं मुंह बाएं खड़ी हो गई।
एसडीओ सृष्टि राज सिन्हा ने बताया कि हिलसा प्रखंड क्षेत्र पूरी तरह से सुरक्षित है। करायपरशुराय प्रखंड के सांध के निकट तटबंध मरम्मती का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल किसी प्रकार की जानमाल की क्षति नहीं हुई है। हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है किसी भी स्थिति में लोगों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।