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रघु’राजः ‘भोर’ के भय से ‘गोधूलि’ में ही बन गये यहां कई डीडीसी

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cm jharkhandरांची। झारखंड की रघुवर सरकार ने भोर सिंह यादव को हटाने के लिए वर्ष 2014 के सभी आईएएस अधिकारियों को बगैर प्रमोशन दिए ही डीडीसी बना दिया है।

भोर सिंह यादव विगत 4 फरवरी 20017 को रांची एसडीओ बनाए गए थे। रांची में नकली सरसों तेल बीज का भंडाफोड़ कर तीन व्यापारियों को जेल समेत 22 व्यापारियों के खिलाफ केस दर्ज कराने से एक बड़ा तबका नाराज था।

सरकार पर भोर सिंह यादव को हटाने के लिए दबाव था। तबादले की आशंका पहले से जताई जा रही थी। लेकिन विरोध की स्थिति से बचने के लिए सरकार ने सीधे तबादले की जगह डीडीसी बनाकर हटाने का रास्ता अपनाया।

नियम यह है कि प्रोबेशन के बाद सीनियर टाइम स्केल देकर ही आईएएस अफसर को डीडीसी बनाया जा सकता है। इस प्रमोशन के लिए चार साल की नौकरी जरूरी है।

2014 बैच के अधिकारी 2018 में प्रमोशन पाने के हकदार हैं। इसलिए राज्य सरकार ने बगैर प्रमोशन दिए ही इन सभी प्रोबेशनर को डीडीसी के पद पर भेजा है।

2013 बैच के 7 आईएएस को 4 वर्ष की सेवा पूरा करने के बाद ही सीनियर टाईम स्केल मिला था। 17 जनवरी 2017 को सभी को डीडीसी बनाया गया।

आईएएस अधिकारी के लिए बेसिक ग्रेड पद एसडीओ है। इसमें 4 साल पूरा करना है। बेसिक ग्रेड के पद का वेतनमान पीबी 3 में 15,600 रु. से 39,100 में (ग्रेड पे 5400 रु) है।

सीनियर टाइम स्केल में प्रमोशन मिलने पर ग्रेड पे 6600 रु. हो जाता है। लेकिन वर्ष 2014 बैच के अधिकारी को 5400 ग्रेड पे में ही डीडीसी बनाया गया है।

 

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