“निश्चित तौर पर जिस तरह से झारखंड में बाहरी- भीतरी का बीज प्रत्यारोपित कर नफरत का एक दीवार खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है। वह कहीं ना कहीं झारखंड को अशांत करने का एक सुनियोजित चाल माना जा रहा है…”
इसके बाद श्री मिश्रा आरआईटी थाना पहुंचे। जहां पहले से बस्तीवासी न्याय की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
यहां बस्ती वासियों का दर्द सुनकर श्री मिश्रा अपनी भावना पर काबू नहीं रख सके और आगे क्या हुआ आप खुद ही देख लीजिए
वैसे निश्चित तौर पर जिस तरह से झारखंड में बाहरी-भीतरी का बीज प्रत्यारोपित कर नफरत का एक दीवार खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है। वह कहीं ना कहीं झारखंड को अशांत करने का एक सुनियोजित चाल माना जा रहा है।
ऐसे में सरकार और स्थानीय प्रशासन को मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल ऐसे मामलों पर गंभीरता दिखानी चाहिए।