रांची। गोला-चारु पथ के कुल्ही केझिया सिकिदिरी घाटी में बस पलटने से तीन लोगों की मौत हो गयी। वहीं दो दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गये। घायलों को अविलंब गोला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। जबकि कुछ घायलों को सिकिदिरी व रांची रिम्स पहुंचाया गया।
यात्रियों से खचाखच भरी सुमित बस (जेएच09एच-1139) रांची से गोमिया के लिए निकली थी। इस बीच घाटी पहुंचते ही तेज गति होने के कारण चालक अपना नियंत्रण खो बैठा। जिससे बस पलट कर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी।
इस दुर्घटना में बस के नीचे कई लोग दब गये। घटनास्थल पर ही तीन लोगों की मौत हो गयी। जिसमें एक महिला भी शामिल है। दुर्घटना होते ही यात्रियों की चित्कार से पूरा घाटी क्षेत्र गूंज उठा। बस में सवार यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गया। किसी का सिर फटा तो किसी का हाथ, पैर व कमर टूट गया।
घटना की सूचना मिलते ही आस-पास क्षेत्र से बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और बस में फंसे लोगों को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया।
मरने वालों में पीटीपीएस बोकारो के मनोज कुमार, गोविंदपुर निवासी मालती देवी व बस कंडक्टर सिकंदर यादव शामिल है। जबकि इस घटना में डॉ टुही शास्त्री, भोलू साव, प्रीति प्रमाणिक, शंभु प्रमाणिक, मनोज प्रजापति, ललिता देवी, शंकर अग्रवाल, खिरोदर रजक सहित दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये।
उधर कुछ यात्रियों ने बताया कि चालक बस को काफी तेज गति में चला रहा था। जिस कारण यह दुर्घटना हुई। बस पलटने से पहले चालक छलांग मार कर भाग गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस पलटने से पहले मोटरसाइकिल पर सवार पोटमदगा निवासी विकास ठाकुर व दो अन्य लोग मोटरसाइकिल को छोड़ कर अपनी जान बचा कर भागने में सफल रहे। घटना की सूचना मिलने पर रजरप्पा व सिकिदरी पुलिस पहुंची। रजरप्पा पुलिस दुर्घटनाग्रस्त बस को कब्जे में कर थाना ले गयी।
इस घटना के बाद कुछ घंटे लिए इस मार्ग में आवागमन को रोक दिया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रतिदिन इस घाटी में दुर्घटनाएं हो रही हैं। जिससे कई लोगों की जानें जा रही हैं।
ज्ञात हो कि इस रास्ते पर केवल छोटी गाडि़यों के प्रवेश की अनुमति है। जबकि कई बड़ी गाडि़यां भी इस रास्ते का इस्तेमाल धड़ल्ले से करती हैं। इस वजह से भी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
इस घटना में सवार यात्रियों के चोटिल होने से पूरा बस खून से लथपत हो गया। वहीं सड़क पर भी घायलों के खून व सामान जहां-तहां बिखरे हुए थे। कई लोग के जूत्ता, चप्पल व बैग बस में बिखरे हुए थे। कई यात्रियों के कीमती सामान भी खो गये। लेकिन यात्रियों ने अपनी जान बचाने को लेकर सामानों की परवाह नहीं की।
गौरतलब हो कि गोला-चारु पथ में बड़ी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाया गया है। इसके बावजूद प्रतिदिन इस मार्ग से सैकड़ों वाहनों का आवागमन हो रहा है। जिससे प्रतिदिन यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं और लोगों की जानें जा रही हैं।
जानकारी के अनुसार रांची हजारीबाग हाईवे पर ओरमांझी के पास बने टॉल गेट पर पैसे बचाने के लिए कई वाहन चालक सिकिदिरी वाले मार्ग का इस्तेमाल करते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि जब इस मार्ग में बड़ी वाहनों के आवागमन पर रोक है, तो इसका सख्ती से पालन भी होना चाहिए। इसके लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाना होगा।
इस घटना से पूर्व भी केझिया सिकिदिरी घाटी में दुर्घटना होने से लगभग 50 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं। जबकि अनगिनत लोग घायल हुए हैं।
गत दिन भी यहां ट्रेलर की चपेट में आने से कसमार निवासी रेहान अंसारी की मौत हो गयी थी। वहीं पिछले वर्ष बारातियों से भरा टाटा मैजिक वाहन पलटने से चार लोगों की मौत हुई थी। जबकि 12 लोग घायल हुए थे।