“हालांकि नालंदा एसपी ने एक स्थानीय अखबार (दैनिक भास्कर) में मामला प्रकाशित होने के बाद गंभीरता से लिया है। आश्वस्त सूत्रों के अनुसार आज मंगलवार की दोपहर नाबालिग किशोरी को महिला थाना पुलिस मेडिकल जांच के लिये अपने साथ ले गई है।“
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। नालंदा जिला के राजगीर थाना क्षेत्र इलाके में महादलित परिवार की किशोरी के साथ चार बच्चों के पिता द्वारा दुष्कर्म किए जाने के मामले ने एक बार फिर पदस्थ पुलिस प्रभारी की कार्यशैली पर सबाल खड़े कर दिये हैं।
खबर है कि रविवार की शाम एक किशोरी खेत में साग तोड़ने गई थी। उसी दौरान अधेड़ ने उसके साथ दुष्कर्म किया। घटना के बाद से आरोपी फरार है।
राजगीर पुलिस ने इस मामले में छेड़खानी की प्राथमिकी दर्ज की है। जिसमें आरोपी योगेंद्र राजवंशी उर्फ रूस को बनाया गया है।पीड़िता की मां आरोप लगा रही है कि डरा-धमका कर पुलिस ने छेड़खानी की प्राथमिकी दर्ज की है।
एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी। दबाव में मामला दर्ज कराए जाने की पुष्टि होने पर संबंधित पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई की गाज गिरेगी।
पीड़िता की मां के अनुसार उसकी 13 वर्षीया पुत्री शाम करीब चार बजे खेत में साग तोड़ने गई थी। जहां से वह घंटों बाद लौटी। रोते हुए पुत्री ने बताया कि अधेड़ ने उसके साथ खेत में कुकृत्य किया। बच्ची की हालत ठीक नहीं थी। मां ने उसका इलाज निजी क्लीनिक में कराया।
पीड़िता की मां ने पुलिस पर आरोप लगाया कि शाम में जब वह पुत्री को लेकर मामला दर्ज कराने थाना गई तो पुलिस ने उसे बुरी तरह डरा दिया।
थाना पुलिस द्वारा कहा गया कि “दुष्कर्म का मामला दर्ज कराने पर किशोरी का मेडिकल जांच होगा। किशोरी को रात भर थाना में छोड़ना होगा। मेडिकल जांच के दौरान चिकित्सक अनेक तरह के टेस्ट करते हैं। जिसके बाद बच्ची को भविष्य में बच्चा नहीं होगा। इससे बदनामी भी होगी। शादी में भी दिक्कत आएगी”।
थाना प्रभारी की बातों से भयभीत होकर पीड़िता की मां ने छेड़खानी का फर्द बयान दिया।