“हिन्दी-भोजपूरी फिल्मों के लोकप्रिय कलाकार रवि किशन कल की घटना को लेकर सीधे तौर पर नालंदा डीएम को जिम्मेवार ठहराया है और कहा है कि वे एक प्रशासनिक अधिकारी के इस तरह के आचरण से काफी शॉक्ड हूं। दुःखी हूं। मर्माहत हूं…….”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। रवि किशन ने साफ तौर पर कहा कि उनका कार्यक्रम पहले से तय था। लेकिन उनके आते ही सारे परमिशन कैंसिल कर दिये गये। सुशासन बाबू के गृह जिले नालंदा में उनके प्रवेश पर रोक समझ से परे हैं।
रवि किशन ने कहा कि वे खुद डीएम से मिले गये, लेकिन उनकी बातें समझ में नहीं आई। वह शॉक्ड करने वाली है। जीवन में कभी ऐसा अधिकारी नहीं देखा, जो न कला को समझता हो और न कलाकार को।
सिने स्टार ने आगे कहा कि सुशासन के दावों के बीच भीड़ को संभालने में प्रशासन इतनी असमर्थ कैसे हो सकती है। वे तो अकेले सिर्फ माइक से एक लाख से उपर फैंस को कंट्रोल कर लेते हैं।
उन्होंने बताया कि डीएम से व्यक्तिगत तौर पर मिल कर अनुरोध किया कि उन्हें आने देना चाहिये। रोकने का अच्छा संदेशा नहीं जायेगा। यहां काफी फैंस हैं। उनके चाहने वाले हैं। सब दुःखी होगें। फिर भी डीएम का शॉक्ड करने वाला रहा। शायद डीएम ‘लैंग्वेज प्रॉवलम’ से ग्रस्त हैं।
रवि किशन ने कहा कि उनकी फिल्म ‘सनकी दारोगा’ के प्रमोशन का सिर्फ सवाल नहीं है। वे इसके साथ बलात्कार मुक्त समाज के अभियान पर पूरे देश में निकले हैं, उसी संदेशा को बिहारशरीफ के युवकों तक पहुंचाना था। कबड्डी खेलना था। इससे अच्छा मैसेज जाता बेटा-बेटियों में, उनके माता-पिता में, सबके परिवार में। क्योंकि बेटियों और महिलाओं से जुड़ी फिल्म है ‘सनकी दरोगा’