एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। नालंदा मुख्यालय बिहारशरीफ में पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका एवं डीएसपी निशित प्रिया के कथित दुर्व्यवहार से आहत जिला अधिवक्ता संघ के सचिव दिनेश कुमार ने नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल के खुले दिल मिले वार्तालाप के आमंत्रण पर सकारात्मक विचार प्रकट किया है।
उन्होंने एक्सपर्ट मीडिया न्यूज के प्रधान संपादक मुकेश भारतीय के साथ बातचीत में कहा कि संघ का जिला-नगर प्रशासन से कोई शिकायत नहीं है। लेकिन जिस तरह से लहेरी थाना पुलिस ने परिचय देने के बाद अधिवक्ता पवन कुमार सिन्हा के साथ व्यवहार किया और उसके बाद एसपी-डीएसी ने संघ के पदाधिकारियों की अनसुनी करते हुये उनके साथ दुर्व्यवहार किया, उससे अधिवक्ता काफी क्षुब्ध हो गये।
उन्होंने कहा कि संघ को जमीन विवाद से कोई लेना देना नहीं है। वह नगर निगम और दावाकर्ता के बीच मामला है। लेकिन एक अधिवक्ता के साथ उस तरह के व्यवहार नहीं किये जाने चाहिये थे। लहेरी थाना में उन्हें इस तरह प्रताड़ित किया कि मानो पुलिस किसी असमाजिक तत्व के दबाव में काम कर रही हो।
सचिव ने कहा कि दुःख इस बात का है कि इसे पुलिस के वरीय अफसर भी गंभीरता से नहीं ली। कुछ ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिससे अधिवक्ताओं में रोष उत्पन्न हो गया। वे भी मानते हैं कि ऐसे विवाद से व्यवस्था की छवि प्रभावित होती है और इसका समाधान अविलंब होनी चाहिये। ताकि प्रशासन या आम जन को परेशानी न हो।
उन्होंने कहा कि शीर्ष जिला प्रशासन जब भी अधिवक्ता संघ को आपसी सौहार्द महौल में वार्तालाप के लिये आमंत्रित करेगी, अधिवक्ता संघ उसे सहज स्वीकार करेगी। अधिवक्ता संघ को भी यह अहसास है कि कुछ असमाजिक लोग विवाद की आड़ में अपना उल्लू सीधा करने में लगे हैं।
सचिव ने कहा कि आज के ही स्थानीय अखबारों में वार्ड पार्षदों की बैठक संबंधित जो खबर प्रकाशित हुये हैं, उससे साफ है कि वह बैठक वार्ड पार्षदों की नहीं थी, उसमें कई बाहरी लोग भी शामिल थे, अपने बयानों से अधिवक्ताओं को भड़काने का काम कर रहे थे। जिला प्रशासन की वार्तालाप में इस मुद्दे पर भी चर्चा की जायेगी।