रांची/पटना। बिहार के बक्सर का निवासी सीआरपीएफ जवान ने झारखंड के मशहूर रजरप्पा मंदिर में मंगलवार को अपनी आत्मबली दें खुदकुशी कर लिया हैं। जहां पूरे गांव में शोक की लहर हैं वहीं, मंदिर को फिलहाल बंद कर दिया गया हैं। मंदिर के पुजारी ने शुद्धिकरण के बाद पुनः पूजा पाठ शुरु किये जाने की बात कही है।
बक्सर जिले के बलिहार गांव निवासी सीआरपीएफ का जवान संजय नट दो दिन पूर्व अपने घर से छुट्टी काट ड्यूटी के लिए पदस्थापित जगह उड़ीसा जाने के लिए निकला था। मंगलवार की सुबह करीब 8 बजे सीआरपीएफ जवान संजय नट के घर पर फोन आया कि संजय ने झारखंड स्थित रजरप्पा मंदिर में अपनी आत्मबली दे खुदकुशी कर लिया हैं।
इस खबर के बाद जहां परिवार पर गहरा सदमा लगा वहीं पुरे गांव में शोक की लहर दौड़ गयीं। मृतक सीआरपीएफ जवान की पत्नी शरदा देवी बार-बार बेहोश हो जा रहीं थीं और छाती पीट-पीट कर रो रहीं थीं। वहीं मृतक के चारों बच्चे का भी रो-रो कर बुरा हाल था। वे बस पापा-पापा चिल्ला रहे हैं कि हमारी परवरिश कौन करेगा। वे आगे की पढ़ाई कैसे करेंगे।
मृतक के परिजनों ने सीआरपीएफ जवान के मानसिक स्थिति पुरी तरह से ठीक बताया हैं। परिजनों का कहना है कि संजय सीआरपीएफ में रहते हुए हर तरह से समाज की सुरक्षा के लिए तत्पर रहता था। वह जब भी छुट्टी पर गांव आता था, खेतों में मेहनत के साथ किसानी करता था।
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने कहा कि घटना का क्या कारण हो सकता हैं, इसकी पता लगायी जाएगी। मामले की जांच के लिए एक टीम घर भी जाएगी।
सीआरपीएफ अधिकारी ने बताया कि जवान संजय नट का व्यवहार एवं आचरण सही रहा हैं ।पूर्व में किसी तरह की शिकायत की बात प्रकाश में नहीं आयी हैं ।
घटना के समय मंदिर में पूजा पाठ कर रहे प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो संजय पहले पूजा पाठ किया और कुछ देर ध्यान लगाने के बाद अपने पॉकेट से चमकता हुआ छुरा निकालने और अपने गर्दन पर रख तेज गति से गर्दन काट दिया और छिन्नमस्तिका के चरणों पर गिर पड़ा। इसके बाद पुरे मंदिर में खून की धारा चलने लगीं और लोग कुछ समझ पाते या बचाने के लिए दौड़े की तब-तक संजय की जान जा चुकी थीं।
इस घटना के बाद मंदिर में भीड़ इकट्ठा हो गयी। घटना की सूचना पाकर पहुंची पुलिस टीम ने लाश को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं एहतियात के तौर पर मंदिर के द्वार को फिलहाल बंद कर दिया गया हैं।
मंदिर के पुजारी के अनुसार पुरे मंदिर परिसर का शुद्धिकरण होने के बाद ही श्रद्धालुओं के लिए छिन्नमस्तितका के दर्शन हो पाएंगे।
इस घटना ने एक बार झारखंड के प्रसिद्ध रजरप्पा मंदिर की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया हैं। इस खुदकुशी से पहले मंदिर के सभी देवी देवताओं के मूर्ति चोरी हो गयीं थीं। जिसका आज तक कोई सुराग मिल पाया है।