नालंदा ( राम विलास )। उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत कल कतरीसराय में चरितार्थ हुई। एक वान्टेड साइबर अपराधी को गिरफ्तार करने गई पुलिस के साथ बीती रात हुई ।
दरअसल हुआ यूं कि कतरीसराय थाने को सूचना मिली थी कि एक वांटेड साइबर अपराधी को तिलक-फलदान हो रहा है। वर और वधू पक्ष के लोग रस्म अदायगी के लिए घर के छत बैठ गये हैं। दूल्हा भी चौका पर बैठ गया है। पंडित जी मंत्रोच्चारण की तैयारी कर रहे हैं।
इसी दौरान पुलिस ने वान्टेड साइबर अपराधी अखिलेश कुमार उर्फ कल्लू राम, पिता दिनेश राम के घर दल वल के साथ पहुंच गई। पुलिस की भनक मिलते ही तिलक फलदान से पहले ही अखिलेश नौ दो ग्यारह हो गया।
जानकारों की माने तो अखिलेश को भगाने में उनके चाचा कतरीसराय प्रखंड के पूर्व उप प्रमुख नवीन कुमार का हाथ है। ये सारी घटनाएं फलदान के लिए लाए गए वीडियो कैमरा में कैद है।
पुलिस के पहुंचते ही अखिलेश के घर कोहराम मच गया। अफरा-तफरी का माहौल बन गया। भागा-भागी होने लगी। पुलिस और अखिलेश के परिवार से नोंक झोंक भी हुई। इस माहौल को देख तिलक और फलदान करने आए कन्या पक्ष के लोग भी बिना फलदान किये ही निराश होकर लौटे गये।
जानकार बताते हैं कि पुलिस दस्तक के खिलाफ पूर्व उप प्रमुख नवीन राम के नेतृत्व में सैकड़ो लोग रात में ही थाने का घेराव किया। पुलिस के खिलाफ नारे भी लगाए। पुलिस को भद्दी भद्दी गालियां भी दी। छेडखानी और मारपीट के आरोप भी लगाये।
थाने के घेराव की सूचना मिलते ही गिरियक पुलिस इंस्पेक्टर और गिरियक थाना अध्यक्ष सह इन्स्पेक्टर दोनों दल बल के साथ कतरीसराय थाना पहुंचे। वहां का नजारा देख वे भी दंग थे। घेराव कर रहे लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद समझा बुझाकर शान्त कराया और वापस किया।
बताया जाता है कि वान्टेड साइबर अपराधी का पिता दिनेश राम इसी आरोप में नालंदा जिला जेल की यात्रा कर चुका है। अखिलेश को भगाने वाले उनके चाचा भी सपरिवार घर से फरार बताए जा रहे हैं। इधर कतरीसराय थाने की पुलिस का रुख कड़ा है।
पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष के कड़े निर्देश के कारण वह साइबर अपराधियों को बकसने के मूड में नहीं है। जितने भी वानटेड साइबर अपराधी हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी की जा रही है।