“जोहार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन शुरू किया। कहा मेरे प्यारे भाइयों और बहनों भगवान बिरसा मुंडा की वीर धरा को नमन करता हूं। ये धरती जयपाल सिंह मुंडा के संघर्ष और अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों की भूमि है। यहां कोयले की खान देश के विकास में भूमिका अदा कर रहीं हैं। आपने आशीर्वाद दिया इसके लिए आपका आभारी हूं। जब चुनाव के समय आया था तब कहा था कि झारखंड को विकास के लिए डबल इंजन की जरूरत है। एक रांची और दूसरा दिल्ली वाला। चार साल में आपने देखा कि दोनों सरकारों ने एक ही दिशा में सबका साथ और सबका विकास लेकर एक लक्ष्य के साथ कदम बढ़ाया। इससे विकास के कैसे पैरा प्राप्त होते हैं इसे आपने भली भांति अनुभव किया है। हमें विश्वास है कि हम सार्वजनिक जीवन में कमा करते हैं। हमारा रास्ता सही है, हमारा इरादा नेक है इसका मानदंड लोकतंत्र में जनसमर्थन होता है। हम मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनकी टीम को इसके लिए बधाई देता हूं।”
उन्होंने कहा कि पिछले साल जब यहां पंचायतों के चुनाव हुए तो झारखंड की जनता ने भारी समर्थन देकर राज्य और दिल्ली सरकार के प्रति अपने भाव प्रकट कर दिए। 2014 में जब चुनाव में आया था तो कहा था कि झारखंड जो दे रहा है वह ब्याज समेत विकास करके लौटा दूंगा। आज एक के बाद एक जो कदम उठाए हैं उससे यह साफ हो गया है कि दिल्ली में बैठी सरकार झारखंड के विकास के लिए कितनी गंभीर है। दलित, पीड़ित, शोषित और आदिवासी के विकास के लिए हम काम कर रहे हैं।
पीएम ने कहा कि 27 हजार करोड़ रुपये के पांच बड़े प्रोजेक्ट का झारखंड की धरती पर शिलान्यास हो रहा है। सिंदरी में खाद का कारखाना, पतरातू का पावर प्लांट, भोलेनाथ की नगरी देवघर में एयरपोर्ट, एम्स और रांची में पाइप से गैस पहुंचाने का प्रोजेक्ट का एक साथ शिलान्यास शुरू हो रहा है। इससे कल्पना कर सकते हैं कि झारखंड कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है। काला हीरा भले ही काले रंग में रंगा हो पर उसमें उजाला फैला करने की ताकत है।
उन्होंने कहा कि झारखंड में उजाला फैलाने की ताकत है। 18 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत का पतरातू में पावर प्लांट का शिलान्यास किया। यह झारखंड की आर्थिक ताकत बनेगा। यह युवाओं को रोजगार देगा। कोयला खदानों के विस्थापितों को रोजगार मिले। हमें खुशी है कि ऐसे कई युवकों को हमें नियुक्ति पत्र देने का अवसर मिला। हमारा सपना था कि हिंदुस्तान के हर गांव में बिजली पहुंचे। 2014 में इस देश के 18 हजार गांव में सदियों से अंधेरा था। वहां बिजली का खंभा तक नहीं था। इन गांवों को रोशनी देने का हमने बीड़ा उठाया। ये उपेक्षित गांव थे। वोट बैंक की राजनीति करनेवालों को उपेक्षितों की चिंता नहीं होती। हम सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं। तय समय सीमा के पहले 18 हजार गांवों में बिजली पहुंचा दी है। पहले किसी को फुर्सत नहीं थी कि पूछे के आजादी के बाद भी वहां बिजली क्यों नहीं गई। हमने बीड़ा उठाया तो परिणाम सामने है। जिनकी ओर सिर्फ राजनीति करने वालों को देखने की फुर्सत नहीं थी उन गांवों की धूल चाटने जाना पड़ रहा है।
पीएम ने झारखंड को दीं ये सौगातें….
धनबाद के बलियापुर में राज्य की 27 हजार करोड़ की छह योजनाओं का किया शिलान्यास
सात हजार करोड़ की लागत से सिंदरी खाद कारखाना, 18,668 करोड़ से पतरातू पावर प्लांट
1103 करोड़ से देवघर में एम्स, 441 करोड़ से देवघर में एयरपोर्ट
रांची में पाइप लाइन से रसोई गैस सप्लाई योजना
झारखंड में 250 जन औषधि केंद्रों की स्थापना के लिए एमओयू
सीसीएल प्रोजेक्ट के विस्थापितों को नियुक्ति पत्र वितरित किए
2022 तक सभी को घर, शौचालय, जल, बिजली, शिक्षा देने का संकल्प
यूपी, बिहार, बंगाल, ओडिशा और असम में भी पाइप लाइन से पहुंचेगी गैस
चार करोड़ घरों में सौभाग्य योजना से बिजली पहुंचाकर ही दम लेंगे
सिंदरी, गोरखपुर और बरौनी खाद कारखाने से किसानों को लाभ, नौजवानों को रोजगार