Home देश पिंक बिग्रेड के निष्क्रिय होते ही छात्र-छात्राओं के साथ मारपीट-छेड़खानी की घटनाएं बढ़ी

पिंक बिग्रेड के निष्क्रिय होते ही छात्र-छात्राओं के साथ मारपीट-छेड़खानी की घटनाएं बढ़ी

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” एक वर्ष पूर्व नालंदा पुलिस द्वारा इस तरह की घटनाओं पर विराम लगाने के लिए पिंक  बिग्रेड का गठन किया गया था। इस पिंक  बिग्रेड के गठन के बाद कुछ दिनों के लिए ऐसी घटनाओं पर कुछ समय के लिए विराम लगा। मगर इस पिंक  बिग्रेड के निष्क्रिय हो जाने के बाद फिर हालात पूर्व की तरह हो गए।”        

pink bigedeबिहारशरीफ (न्यूज ब्यूरो)।  वैसे तो नालंदा पूर्व से ही विश्व गुरु के नाम से जाना जाता रहा है वर्तमान समय में जिला मुख्यालय बिहारशरीफ आज के  पूरी तरह  एजुकेशन हब बन गया है ।

शिक्षण संस्थानों की अगर हम बात करें तो अकेले बिहारशरीफ में सैकड़ों कोचिंग सेंटर चलाए जा रहे हैं। जिनमें से सबसे अधिक संख्या धनेश्वर घाट इलाके की है। इस इलाके में 50 से अधिक कोचिंग सेंटर है, जहां छात्र-छात्राएं अपने उज्जवल भविष्य के लिए कई तरह की प्रतियोगिता परीक्षायों की तैयारियां करते हैं।

मगर कुछ छात्र ऐसे हैं जो आपने भविष्य की परवाह न करते हुए आए दिन किसी न किसी घटना को अंजाम देते हैं। सबसे ज्यादा घटनाएं बिहार शरीफ के धनेश्वर घाट इलाके में देखने को मिलती है। जहां कुछ छात्र अपनी दबंगई दिखाने के लिए भोले-भाले छात्रों की बेवजह पिटाई कर देते है।

ऐसा ही नजारा आज फिर इस इलाके में देखने को मिला जहां एक छात्र को दूसरे छात्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। जिसे देख कर कोई छात्र तो उसे बचाने नहीं दौड़ा नगर इलाके के प्रबुद्धजन दौड़ पड़े और उस छात्र को बचा लिया।

यह घटना इस इलाके की कोई पहली घटना नहीं है आए दिन इस तरह की घटनाएं इस इलाके में घटती रहती है। इलाके के लोग इस बात से चुप हो जाते हैं कि छात्रों के बीच का मामला है इसमें उलझना उचित नहीं है।

इसके अलावा इस इलाके में कुछ छात्रों द्वारा  जबरन दूसरे छात्रों का शोषण करना मोबाइल छीन लेना जैसी कई घटनाएं घटती रहती है। सबसे ज्यादा मामले छात्राओं के साथ छेड़खानी  की होती है।

हालांकि 1 वर्ष पूर्व नालंदा पुलिस द्वारा इस तरह की घटनाओं पर विराम लगाने के लिए पिंक  बिग्रेड का गठन किया गया था। इस पिंक  बिग्रेड के गठन के बाद कुछ दिनों के लिए ऐसी घटनाओं पर कुछ समय के लिए विराम लगा। मगर इस पिंक  बिग्रेड के निष्क्रिय हो जाने के बाद फिर हालात पूर्व की तरह हो गए।          

पिंक बिग्रेड की नायिका सब इंस्पेक्टर  अंजू तिवारी के नाम से मनचले ख़ौफ़ज़दा रहते थे। कई छात्र दंडित किए गए और कई गिरफ्तार कर जेल भी भेजे गए।

अब इस इलाके में अंजू तिवारी का ख़ौफ़ खत्म होने से मनचले छात्रों के हौसले बुलंद हैं और आए दिन छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और मारपीट की घटनाओं को अंजाम देते हैं।

आज के शिक्षण पद्धति की अगर हम बात करें तो पूर्व की तुलना में आज छात्रों पर से शिक्षकों का अंकुश बिल्कुल ही खत्म हो चुकी है। पूर्व में कोई गलती करने पर शिक्षक उसकी पिटाई करते थे। जिसका समर्थन उनके अभिभावक द्वारा भी किया जाता था। मगर आज किसी भी छात्र को अगर शिक्षक दंडित करते हैं तो उल्टे उन्हें जेल जाना पड़ता है।

एक तरफ अभिभावक की आजादी और दूसरी तरफ शिक्षकों की ओर से बेखौफ छात्र बगैर अंकुश के कितना अपने मंजिल को तय कर पाएंगे यह कहना संभव नहीं है।

एक छात्र दूसरे छात्र को मामूली सी विवाद में पेट में चाकू मारा

इसी तरह की घटना आज हिलसा में देखने को मिले जहां एक छात्र ने दूसरे छात्र के पेट में कोचिंग सेंटर के भीतर ही चाकू मार दिया जख्मी छात्र को हिलसा के अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया।

हिलसा शहर के स्टेशन रोड स्थित होल कमेस्ट्री नामक कोचिंग संस्थान में विद्यार्थियों के बीच उस समय अफरातफरी का माहौल बन गया, जब कोचिंग के ही एक छात्र दूसरे छात्र को मामूली सी विवाद में पेट में चाकू मारकर जख्मी कर दिया। जिसे गम्भीर हालत में घायल छात्र को इलाज के लिये पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया ।

घायल छात्र की पहचान हिलसा थाना क्षेत्र के पुना पंचायत के उपसरपंच के पुत्र चंदन कुमार के रूप में हुआ है। जबकि हमलावर छात्र पिंटू कुमार घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गया।

सूत्रो की माने तो घटना का कारण फिलहाल क्लास में सिट पर बैठने को लेकर विवाद वताया जा रहा है। मामले में पुलिश ने कोचिंग संस्थान के डायरेक्टर शशि कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी छात्र की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है । घटना के बाद कोचिंग को बंद कर दिया गया है ।

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