एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। जमशेदपुर शहर में पानी को लेकर जनता सड़क पर है। वैसे जनता इसलिए सड़क पर है, क्योंकि बागबेड़ा-गोविंदपुर जलापूर्ति योजना का काम खटाई में पड़ने का अंदेशा उन्हें हो चला है।
वैसे विश्व बैंक की टीम अभी शहर में है और इस परियोजना से जुड़े सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है। हालांकि इस परियोजना के खटाई में पड़ने की संभावना को लेकर 40 पंचायतों के लोगों ने आज बागबेड़ा से लेकर जिला मुख्यालय तक अर्धनग्न प्रदर्शन किया औऱ मानव श्रृखला बनाकर इस परियोजना को जल्द शुरू किए जाने की फरियाद लगाई है।
बता दें कि 237 करोड़ की इस परियोजना में 50 फीसदी विश्व बैंक, 33 फीसदी भारत सरकार, 16 फीसदी राज्य सरकार और 1 फीसदी जनभागीदारी से इस परियोजना को पूरा होना है। वैसे 2019 में इस परियोजना को शुरू भी किया जाना था।
लेकिन ग्रामसभा की बगैर अनुमति के इतनी बड़ी परियोजना का कुछ संगठन शुरू से ही विरोध में थे, मामला एससी- एसटी ट्रीब्यूनल में चला गया। जिसके बाद विश्व बैंक हरकत में आई औऱ फिर से इस परियोजना का जांच करने पहुंच गई है।
ग्रामीणों में इस परियोजना के खटाई में जाने का भय देखा जा रहा है। इधर शहरवासियों के आंदोलन में भाजपा नेत्री सह विधायक मेनका सरदार में भी सड़क पर उतरकर आंदोलनकारियों की मांग को जायज बताया और सरकार को इस मामले में गंभीर बताया। साथ ही भरोसा दिलाया कि जल्द ही सरकार इस परियोजना को धरातल पर उतारेगी।