“एक तरफ बिहार के सीएम नीतीश कुमार अपराध पर लगाम लगाने की दिशा में पुलिस महकमा के साथ बैठक दर बैठक कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी अपराधियों के सामने ऐसे गिड़गिड़ाते हैं कि मानो वे अपना मानसिक संतुलन पूरी तरह खो चुके हैं…….”
डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने एक कार्यक्रम में मीडिया के सामने कहा, “मैं अपराधियों से भी हाथ जोड़कर अपील करना चाहुंगा कि वे कम से कम पितृपक्ष में तो छोड़ दीजिये। बाकी दिन तो मना करे या न करे कुछ न कुछ करते रहते हैं। और पुलिस वाले लगे रहते हैं।”
डिप्टी सीएम ने आगे कहा, “ कम से कम 15-16 दिन ये जो धार्मिक उत्सव है, इस उत्सव में कोई ऐसा काम न कीजिये, जिससे बिहार की प्रतिष्ठा..गया की प्रतिष्ठा और आने वाले लोगों को कोई शिकायत का मौका मिले।”
मोदी ने आगे कहा, “ अगर करेगें तो इतने सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, हमारे पुलिस के इतने जवान हैं, कोई बच कर निकल नहीं पायेगा, यहां से कोई भाग नहीं पाएगा। ”
वेशक सरकार के डिप्टी सीएम के ऐसे विक्षिप्त बयान के बाद साफ लगता है कि बिहार में अपराधियों के सामने नीतीश कुमार के सुशासन ने सरेंडर कर दिए हैं।
दरअसल, रविवार को मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार की अपराधियों ने गोलियों से भून कर हत्या कर दी। वहीं राज्य के डिप्टी सीएम सुशील मोदी गया में अपराधियों से हाथ जोड़कर ऐसे अपील करते दिखे कि जो समूचे सरकार की पंगुता साफ दर्शाती है।