हिलसा (चन्द्रकांत)। नालंदा जिले के करायपरशुराय थानान्तर्गत एक किसान की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब वह अपने पोते के साथ बाईक से घर लौट रहा था। यह घटना गुरुवार की दोपहर में लोहंडा-हरिबिगहा पथ पर हुई।
करायपरशुराय थाना के मखदुमपुर गांव निवासी गौरी शंकर सिंह अपने ग्रामीण श्रवण कुमार के साथ बाईक से हिलसा शहर स्थित रजिस्ट्री ऑफिस आए हुए थे। रजिस्ट्री ऑफिस में काम हो जाने के बाद संत जोसफ स्कूल में अध्ययनरत बीमार पोते मृत्युंजय एवं मंतोष के साथ श्रवण की ही बाईक से घर लौट रहे थे।
श्रवण की मानें तो लोहंडा से बाईक कुछ ही दूर आगे बढ़ी ही थी कि पीछे से एक बाईक पर सवार तीन युवक बायीं तरफ से आया और ग्रामीण गौरी शंकर के शरीर में दो गोली मार दी। गोली मारने के बाद बाईक सवार तीनों युवक तेजी से भाग गए।
जब तक कुछ समझ पाते इससे पहले ही ग्रामीण गौरी शंकर दम तोड़ दिए। गौरी शंकर के कान और बांह में अपराधियों ने गोली मारी।
जमीन विवाद को लेकर की गयी गौरी शंकर की हत्या
मृतक गौरी शंकर सिंह के पुत्र मनोज कुमार की मानें तो उनके पिता की हत्या जमीन विवाद के कारण एक साजिश के तहत की गई।
मनोज ने बताया कि चल रहे जमीन विवाद को सुलझाने के लिए ग्रामीण मैनू उर्फ शैलेन्द्र उनके पिता को फोन कर रजिस्ट्री ऑफिस बुलाए थे। कुछ काम हुआ और शेष काम सोमवार को होना था। इसी बीच उनके पिता की एक साजिश के तहत हत्या करवा दी गई।
डेढ़ साल पहले भी गौरी शंकर पर हुआ था जानलेवा हमला
जमीन को लेकर चल रहे विवाद में तकरीबन डेढ़ साल पहले भी गौरी शंकर सिंह के ऊपर जानलेवा हमला हुआ था। मृतक के पुत्र मनोज कुमार ने बताया कि ग्रामीण मैनू उर्फ शैलेन्द्र की एक मोसमात भौजाई अपनी बेटी की शादी में कुछ जमीन इनके रिश्तेदार के हाथों बेच दी थी।
तभी से इनके परिवार तथा शैलेन्द्र के परिवार के बीच विवाद चल रहा है। इसी विवाद को लेकर वर्ष 2016 के जुलाई माह में गौरी शंकर सिंह पर उस जानलेवा हमला हुआ जब वे मवेशी को चारा दे रहे थे।
इस संबंध में करायपरशुराय थाना में दर्ज कराए गए मामले की सुनवाई हेतु न्यायालय में लंबित है।
गौरीशंकर हत्याकांड में तीन के खिलाफ एफआईआर
करायपरशुराय के मखदुमपुर गांव निवासी गौरीशंकर सिंह की हत्या के मामले तीन लोगों के खिलाफ हिलसा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई। थानाध्यक्ष रत्न किशोर झा ने इसकी पुष्टि की।
उन्होंने बताया कि मृतक के पुत्र मनोज कुमार द्वारा दर्ज कराए गए एफआईआर में घटना का कारण जमीनी विवाद को लेकर पूर्व हुए जानलेवा हमला बताया गया। एफआईआर में शैलेन्द्र कुमार, राजेश कुमार एवं सुरेन्द्र कुमार को नामजद अभियुक्त बनाया गया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की गहराई से छानबीन शुरु किए जाने के साथ ही अपराधियों की धड़-पकड़ के लिए छापेमारी शुरु कर दी गई।