Home झारखंड तिरुलडीह पुलिस संहार के सदमे से यूं सहमा है कुकड़ू बाजार

तिरुलडीह पुलिस संहार के सदमे से यूं सहमा है कुकड़ू बाजार

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एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। झारखंड के सरायकेला खरसावां जिला के तिरुलडीह थाना अंतर्गत कुकड़ू साप्ताहिक हाट में बीते शुक्रवार को हुई घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है।

जहां अपराधियों ने पांच- पांच पुलिसकर्मियों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था। वही घटना के एक सप्ताह के बाद शुक्रवार को लगनेवाला कुकड़ू साप्ताहिक हाट नहीं के बराबर लगा।

साप्ताहिक हाट में 10 प्रतिशत दुकानदारो ने ही अपनी दुकानें लगाईं। वही दुकानदार दुकान लगाने के बाद ख़रीदारो का इंतज़ार करते दिखे।police naksli atteck 4

कुकड़ू साप्ताहिक हाट में घटना के एक सप्ताह के बाद 10 प्रतिशत ही कपड़े की दुकान दूकानदारों ने लगायी। वही हाट में 90 प्रतिशत दुकानों का शेड खाली पड़ा रहा।

घटना के एक सप्ताह के बाद कुकड़ू साप्ताहिक हाट में खस्सी मांस, पोल्ट्री मांस आदि मांस के दुकानदारों ने दुकान नही लगया, जिसके कारण मांस की दुकानों के भी शेड खाली रहा। वही मछली की बिक्री खूब हुई। मछली के दुकान भी अन्य हाट के तुलना में काफी कम नजर आया।

रामगढ़ के चितरपुर व नीमडीह के सिन्दूरपुर से जहाँ इससे पहले के हाट में ख़रीदार मुर्गा खरीदने आते थे, वे ख़रीदार एक भी नजर नही आये। इस कारण मुर्गा खरीद स्थल पूरा वीरान व सुनसान नजर आ रहा था।

वहीं ग्रामीण भी अपना मुर्गा बेचने के लिए बाजार नही आये। कुछ लोग जो मुर्गा बेचने आये भी कुकड़ू बाजार पहुँचने से पहले ही रास्ते भी मुर्गा बेचकर घर चले गए।

घटना के एक सप्ताह के बाद कुकड़ू बाजार में बैल, बकरी भी इससे पहले के हाट के तुलना में काफी कम नजर आया।

स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले की तुलना में 70 प्रतिशत लोग ही बैल, बकरी लेकर बाजार पहुंचे। वही लोग ख़रीददार का इंतजार करते हुए नजर आये। बाजार में बैल, बकरी ख़रीदार नही के बराबर दिखे।

घटना के एक सप्ताह के बाद कुकड़ू साप्ताहिक हाट में एक भी पुलिसकर्मी ड्यूटी करते हुए नजर नहीं आये। हाट में पुलिसकर्मी नही होने कारण लोगों में दहशत का माहौल था।

जो भी लोग बाजार ख़रीददारी करने आ रहे थे, वे लोग तुरंत खरीदारी कर घर वापस जाते हुए दिखे। वही कुकड़ू बाजार के आसपास के सभी दुकानें खुले  नजर आये। कोई भी दुकान बंद नहीं थे।

लोग घटनास्थल के पास के कॉल ड्रिंक के दुकान पर समान खरीदने लोग नहीं जा रहा थे। वहीं कोल्डड्रिंक के दुकानदार भी फ़ोटो खींचने से सहम गए और दुकान बंद करने लगे। जब उन्हें ढांढस बंधाया गया तब उन्होंने अपना दुकान चालू रखा।  

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